यह प्रशंसनीय है कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में कार्य कर रहे इसरो ने कोरोना के काल में रोगियों की सहायता के लिए ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर्स’ बनाए हैं !
नई दिल्ली : ‘इसरो’ संस्थान स्वदेशी ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर्स’ बनाने में सफल हुआ है । यह उपकरण ‘बाहरी प्राणवायु’ पर निर्भर रोगियों को ९५ प्रतिशत से अधिक प्राणवायु की आपूर्ति करने में सहायक होगा । इस ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर’ को ‘श्वास’, यह नाम दिया गया है ।
इस ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर’ की प्रति मिनट १० लीटर प्राणवायु की आपूर्ति करने की क्षमता है । इससे एक साथ २ रोगियों का उपचार संभव है । ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर’ की क्षमता ६०० वॉट पॉवर है तथा यह २२० वोल्ट ५० हर्ट्ज के वोल्टेज पर संचालित होता है । इसका वजन ४४ किलो है । इसरो ने अब स्पष्ट किया है कि वह इस तकनीक को पूरे देश में उपलब्ध करा रहा है । इसलिए, शीघ्र ही देश में बडी संख्या में भारतीय निर्मित ‘प्राणवायु कॉन्सेंट्रेटर’ उपलब्ध होंगे ।