तमिलनाडु के इरोड जिले में हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन की बढती घटनाएं !
यदि हम ईसाई मिशनरियों पर अंकुश लगाना चाहते हैं, तो पूरे भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों को लागू करना अनिवार्य है ! तमिलनाडु में हिन्दुओं के बढते धर्मांतरण को देखते हुए प्रभावी हिन्दू संगठन का कोई विकल्प नहीं है !
मोडाकुरीची – शहर में सात वर्ष की बच्ची पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के आरोप में दो ईसाई मिशनरियों के विरुद्ध थाने में शिकायत दर्ज कराई गई ! उषा रानी और वर्जीनिया नामक महिलाओं ने एक लडकी को चर्च बुलाया और उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा । यह अनुभव करने के बाद कि लडकी धर्मांतरण को स्वीकार नहीं कर रही है, महिलाओं ने उसको डर दिखाया व कहा कि, अगर उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उसके माता-पिता बीमार पड जाएंगे और मर जाएंगे और उन्हें भूत पकड लेगा । लडकी ने तनाव के कारण अपने माता-पिता को सारी बात बताई । उसके बाद परिजनों ने हिन्दू मुनानी की सहायता से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है ।
तमिलनाडु में विद्यालय, धर्मांतरण का अड्डा बनते जा रहे हैं !
छात्रों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास करने पर प्रधानाध्यापिका के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई !
इसी विधानसभा क्षेत्र में पिछले वर्ष अक्टूबर में एक सरकारी स्कूल की मुख्याध्यापिका और एक शिक्षिका पर छात्रों का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया गया था । (यदि किसी सरकारी विद्यालय की मुख्याध्यापिका और शिक्षिका बच्चों का धर्म परिवर्तन करने में लगे हों तो आपको समझना चाहिए कि, हिन्दू बच्चों का भविष्य कितना अंधकारमय है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) पूछताछ के बाद उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की गई । इस संबंध में स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों और हिन्दू मुनानी ने संयुक्त शिकायत दर्ज कराई थी ।