पुलिस की ओर से गोलीबारी करने वाला गुंडा मारा गया
उत्तर प्रदेश में बाहर की कानून और सुरक्षा व्यवस्था तारतार हो गई है, अब उसमें कारागृह के अंदर की यही स्थिति पुलिस के लिए लज्जास्पद है !
कारागृह में बंदूक कैसे पहुंचती है ? कारागृह पुलिस सोई है कि उसके छुपे सहयोग के कारण ही शस्त्र अंदर पहुंचाए गए, इसकी जांच होनी चाहिए !
चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) – यहां के कारागृह में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दो गुंडों की मृत्यु हो गई । इसमें से एक कुख्यात गुंडा और विधायक मुख्तार अंसारी का नजदीकी था । पुलिस ने गोली चलाने वाले को गोली मारकर मार दिया । सुलतानपुर कारागृह से चित्रकूट कारागृह में स्थलांतर किए गए अंशु दीक्षित नामक गुंडे ने यह गोलीबारी की । इसमें मुकीम काला और मेराज नामक दो गुंडे मारे गए । मेराज कुख्यात गुंडे अंसारी का नजदीकी था । अंशु ने इन दोनों को जान से मारने के बाद ५ कैदियों को बंधक बना लिया था । पुलिस ने उन्हें छोडने के लिए कहने पर भी उसने न छोडने पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में अंशु मारा गया ।