(कहते हैं) ‘पैगंबर का अपमान करने वालों का सिर काटना चाहिए !’ – आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान

डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विधान का मामला

  • भारतीय कानून अनेक बातों की अनुमति नही देता; फिर भी धर्मांधों द्वारा उसका उल्लंघन कर कानून विरोधी कृति की जाती है । कमलेश तिवारी के विषय में यही हुआ है । इस कारण पुलिस को ऐसे विधानों की ओर गंभीरता से देखते हुए महंत यति नरसिंहानंद को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए !

  • हिंदूओं द्वारा भारतीय कानून का पालन करने के कारण हिंदू देवताओं का अपमान करने वाले हिंदुद्वेषी चित्रकार एम.एफ. हुसैन के विरोथ में कानून के अनुसार १ सहस्र २५० शिकायतें किए जाने पर भी पुलिस ने केवल ५ स्थानों पर ही गुनाह प्रविष्ट किया था, तो भी हिंदुओं ने वह स्वीकार किया था ।
(दायीं ओर से) महंत यती नरसिंहानंद और एम.आई.एम. के सांसद असदुद्दीन ओवैसी

नई दिल्ली – दिल्ली प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार परिषद में गाजियाबाद के डासना में मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद ने इस्लाम और मुहम्मद पैगंबर के विषय में किए विधान पर दिल्ली के आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्ला खान ने ‘ऐसे विधान करने वालों का सिर काटना चाहिए, उनकी जीभ काटनी चाहिए; लेकिन भारतीय कानून हमें इसकी अनुमति नही देता । हमें अपने संविधान पर विश्वास है और मुझे लगता है कि, दिल्ली पुलिस को इस विषय पर ध्यान देना चाहिए’, ऐसा भडकाऊ वक्तव्य किया । इस समय एम.आई.एम. के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली पुलिस को उनके कर्तव्य का भान कराकर दिया । इस पत्रकार परिषद में विधानों का वीडियो प्रसारित हुआ है । इस पर खान और ओवैसी ने उपरोक्त प्रतिक्रिया व्यक्त की ।

१. ओवैसी ने स्वयं का वीडियो पोस्ट कर कहा, पैगंबर का अपमान नहीं सहन किया जाएगा । धर्मगुरुओं के वेश में छुपे हुए ये गुनहगार हैं । मुझे निश्चिति है कि आपके धर्म में भी ऐसा कुछ होगा जिस पर चर्चा हो सकती है ।

२. आवैसी ने दिल्ली पुलिस को उद्देशित कर किए ट्वीट में कहा कि, यह व्यक्ति केवल मुसलमानों के विरोध में हिंसा भडकाने के लिए इस्लाम का अपमान कर रहा है । आपका मौन लज्जास्पद है । यदि आप अपना कर्तव्य भूल गए हैं, तो आपके लिए एक ‘रिफ्रेश कोर्स’ का आयोजन कर सकते हैं ।