हिन्दू संस्कृति की श्रेष्ठता !

पश्चिमी संस्कृति शरीर, मन और बुद्धि को सुख देने के लिए प्रयत्नशील रहती है, जबकी हिन्दू संस्कृति ईश्वरप्राप्ति का मार्ग दिखाती है । – (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले
पश्चिमी संस्कृति शरीर, मन और बुद्धि को सुख देने के लिए प्रयत्नशील रहती है, जबकी हिन्दू संस्कृति ईश्वरप्राप्ति का मार्ग दिखाती है । – (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले