पुरी (ओडिशा) – यहां के प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर की ३५ सहस्र एकड भूमि के विक्रय से संबंधित समाचार पर मंदिर प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया है । उन्होंने कहा, कि भूमि के विक्रय से संबंधित वृत्त पूर्णतः असत्य है । प्रसार माध्यमों ने इसे अयोग्य पद्धति से प्रस्तुत किया है ।
Reports of Odisha govt plan to sell 35,000 acres of Lord Jagannath land false, clarifies Jagannath Temple admin
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— ANI Digital (@ani_digital) March 18, 2021
श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय ने ट्वीट किया है, कि मंदिर की भूमि दीर्घकाल से विभिन्न लोगों के नियंत्रण में है । उसे पुनः प्राप्त करने के लिए वर्ष २००३ में एक नीति बनाई गई है । इसके अंतर्गत इस भूमि पर नियंत्रण प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है । इस नीति का उद्देश्य मंदिर भूमि की रक्षा करना है ।
Chief Administrator of Jagannatha Temple clarifies that reports pertaining to Mandirs 35,272 acres of land sale are false https://t.co/XRh2UVP8f8
— MyIndMakers (@myindmakers) March 18, 2021
वर्ष २००१ से २०१० तक, २९२ एकड भूमि अन्यों के नियंत्रण से मुक्त की गई थी, जबकि २०११ से २०२१ तक ९६ एकड भूमि का अधिग्रहण किया गया है । इस भूमि का उपयोग जनता के लिए किया जा रहा है । इसमें विद्यालय, आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, सडक निर्माण आदि सूत्र सम्मिलित हैं ।