गलत ढंग से प्रस्तुत कर मतपेटी की राजनीति करना ब्रिटिश सासंदों को टालना चाहिए ! भारत ने ब्रिटेन के उच्चायुक्त को कहा !

ब्रिटेन की संसद में भारत के कृषि कानून के विषय पर चर्चा

  • भारत की संसद में ब्रिटेन में होने वाली घटनाओं के विषय में, विशेषत: रंग भेद के विषय में चर्चा करनी चाहिए क्या ? ऐसा ब्रिटेन से भारत को पूछना चाहिए !

  • ब्रिटिशों को भारत से भगाया गया; लेकिन भारत पर अधिकार दिखाने की आदत उनमें आज भी दिखती है । ब्रिटेन को समझे, ऐसी भाषा में भारत को प्रत्युत्तर देना चाहिए !

नई दिल्ली – भारत के कृषि कानून पर ब्रिटिश संसद में चर्चा होना, यह लोकतंत्र वाले अन्य देश के राजकीय क्षेत्र में हस्तक्षेप है । गलत ढंग से प्रस्तुत कर मतपेटी की राजनीति करना ब्रिटिश सासंदों को टालना चाहिए, ऐसी सलाह विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने ब्रिटेन के उच्चायुक्त को दी है ।

विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला

ब्रिटिश संसद में भारत के कृषि कानून के ऊपर चर्चा की गई थी । इस विषय में भारत ने ब्रिटिश उच्चायुक्त को फोन कर उनसे इस विषय पर तीव्र आक्षेप प्रविष्ट किया है । ‘संतुलित चर्चा करने की बजाय वस्तूस्थिति को जाने बिना अयोग्य ढंग से चर्चा की गई’, ऐसा बताते हुए भारत ने अप्रसन्नता व्यक्त की । एकतरफा चर्चा करने पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त ने निषेध किया है । ब्रिटेन के सांसदों के एक गुट ने यह चर्चा की थी ।