चीन विश्वासघाती है, यह जगजाहिर है । इसलिए, देशभक्तों को लगता है कि भारत को उसकी किसी भी चालबाजी का शिकार हुए बिना कडा जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और यदि मौका मिले तो उस पर आक्रमण भी करना चाहिए !
नई दिल्ली : चीन भारत के साथ ३४८८ किलोमीटर लंबी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी को मजबूत करते हुए भारत के साथ लद्दाख में अतिक्रमण पर चर्चा कर रहा है । चीन ने तिब्बत में बडी संख्या में सैन्य इकाइयां तैनात की हैं, जिनमें तोपखाने, स्वचालित हॉवित्जर और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, आदि हैं । चीनी सैनिक युद्ध सामग्री को एक जगह से दूसरी जगह भेज रहे हैं । इसके अलावा, चीन ने पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र के ‘फिंगर’ क्षेत्र में नया निर्माण कार्य आरंभ किया है ।
#China deploying more forces and missiles along #LAC.
According to @htTweets, #Chinese military has increased deployment of artillery guns, self-propelled howitzer and surface missile units to #Tibet.
According to security agencies, #PLA is deploying new troops & heavy military pic.twitter.com/O6HnDKgZHA
— Asian OSINT (@AsianOSINT) February 8, 2021
चीन द्वारा चूमुर से ८२ किमी दूर पर ३५ बडे सैन्य वाहनों, चार १५५ एम.एम.पी.एल.जेड ८३ स्वचालित हॉवित्जर तोपें तैनात करने के भारत के पास साक्ष्य हैं । प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा से ९० किमी, रुडोक में चौकी पर अतिरिक्त गश्ती वाहनों को तैनात किया गया है । यह पता चला है कि, क्षेत्र में नया निर्माण कार्य भी चल रहा है और समझा जाता है कि सैनिकों के लिए ४ नए शेड और क्वार्टर का निर्माण किया गया है ।