हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं दुखाने वाले कांग्रेसी नेताओं को तुरंत हिरासत में लेकर उनके ऊपर द्रुतगति न्यायालय में मुकदमा चलाकर उन्हे कठोर शिक्षा होने के लिए राज्य की भाजपा सरकार को प्रयास करना चाहिए, ऐसा हिंदुओं को लगता है !
कोडगु (कर्नाटक) – ‘कोडव समुदाय भी गोमांस का भक्षण करता है’ ऐसी टिप्पणी करने के मामले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विरोधी पार्टी के नेता सिद्धरामय्या के विरुद्ध धार्मिक भावनाएं दुखाने के मामले में मडिकेरे पुलिस थाने में सी.आर.पी.सी. की धारा १५३अ (धार्मिक द्वेष निर्माण करना) के अंतर्गत गुनाह प्रविष्ट किया गया है, इस मामले में पश्चिम घाट संरक्षण समिति अध्यक्ष रवि कुशालप्पा ने तकरार प्रविष्ट की थी ।
कोडगुवासी गाय को पूजनीय मानते हैं, और कोडगु प्रदेश में गोहत्या और गोमांस भक्षण निषिद्ध है । ब्रिटिशों के समय से यह निमय वहां लागू है । ऐसा होते हुए भी सिद्धरामय्या द्वारा उपरोक्त विधान करने से यहां के नागरिकों में रोष व्यक्त हो रहा है । ‘सिद्धरामय्या को उनका विधान पीछे लेकर सार्वजनिक क्षमा मांगनी चाहिए’, ऐसी मांग उन्होंने की है ।
इस आरोप पर सिद्धरामय्या ने स्पष्टीकरण देते हुए, ‘कोडगुवासी गोमांस खाते हैं’ यह विधान मीडिया ने गलत ढंग से मेरे मुंह में डाला है । इस कारण कोडव समुदाय की भावनाएं दुखी हुई होंगी, तो मैं क्षमा याचना करता हूं । मेरा पडोसी जिला कोडगु, इसकी संस्कृति के विषय में मुझे जानकारी है और अभिमान भी है’, ऐसा ट्वीट किया है । इस पर समाधान न मानते हुए कोडगु वासियों ने सार्वजनिक क्षमा याचना करने का आग्रह किया हैै ।