बाशा नामक एक मुसलमान ने कर्नाटक में हनुमान मंदिर के लिए डेढ गुंठा भूमि दान की !

देश में बाशा जैसे कितने लोग हिन्दू मंदिरों को दान करते हैं ?

यह ध्यान में रखें कि, प्रसारमाध्यमों (मीडिया) द्वारा व्यापक रूप से इस समाचार को प्रसारित किया गया; परंतु जब धर्मांध हिन्दू मंदिरों, धार्मिक शोभायात्राओं पर आक्रमण करते हैं, तब ऐसे समाचार दबाए जाते हैं ! बाशा जैसे व्यक्ति गिनेचुने हैं । इसलिए, ऐसे १-२ उदाहरणों के आधार पर पूरे समुदाय को ‘सर्वधर्म समभाव माननेवाले’ समझना हास्यास्पद होगा !

बाशा

बंगळुरू (कर्नाटक) – होसाकोटा तहसील में एच.एम.जी.बाशा नामक मुस्लिम व्यापारी ने अपनी भूमि से लगे हुए हनुमान मंदिर के लिए डेढ़ गुंठा भूमि दान में दी है। बाजार मूल्य के आधार पर इस भूमि का मूल्य ८० लाख से १ करोड़ रुपए आंका गया है। उनके दान की चर्चा हो रही है।

१. बाशा परिवार की ३ एकड़ भूमि है। इस भूमि का कुछ भाग वेलागेलेपुरा के एक छोटे हनुमान मंदिर से लगा हुआ है । गत ३० वर्षों से यह हनुमान मंदिर हिन्दुओं के लिए महत्वपूर्ण पूजास्थल के रूप में जाना जाता है; परंतु बाशा ने देखा कि इस मंदिर में पूजा करने के पश्चात भक्तों को परिक्रमा करने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं था । इसी समय  ग्रामीणों ने मंदिर का पुनर्निर्माण करने का निर्णय किया । जब बाशा को पता चला कि इसके लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं है, तब उन्होंने अपनी डेढ़ गुंठा भूमि अर्पण कर दी।

२. बाशा ने कहा, “मेरे पूरे परिवार ने मेरे निर्णय का समर्थन किया है । हम सभी आज जीवित हैं; कल नहीं होंगे । अनिश्चितता हमारे जीवन में बनी रहती है । ऐसी स्थिति में एक-दूसरे का द्वेषकर क्या प्राप्त करेंगे ? सभी को समाजहित के लिए कार्य करने का प्रयास करना चाहिए । मैंने वही प्रयास किया है।”