पाकिस्तान में हिन्दुओं और सिखों को सताया जाता है और उन्हें भारत में शरणार्थी बन कर आना पडता है । यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसके बाद भी उन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिलती है । हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए !
नई दिल्ली : पाकिस्तान से शरणार्थी के रूप में भारत आए हिन्दुओं और सिखों को केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता सुधार अधिनियम पारित किए जाने के बाद भी भारतीय नागरिकता नहीं दी गई है । उन्होंने आर्थिक तंगी के कारण पाकिस्तान लौटने का निर्णय कर लिया है । कुल २४३ पाकिस्तनियों को वापस जाने की अनुमति दी गई है । वे अटारी सीमा से पाकिस्तान वापस जानेवाले हैं ।
A group of 243 Pakistani nationals, including several Hindu and Sikh refugees, who have been given permission to return, will be going back to Pakistan as they continue to face “financial hardships” in India, a newspaper reported on Wednesday.https://t.co/H0vT96MKAP
— The Wire (@thewire_in) November 27, 2020
एक प्रतिक्रिया . . .
रोहिंग्या मुस्लिम को जकात फाऊडेसन भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय की मदद से बसा रहा है और हम पाकिस्तान से हिन्दुओ के लिये क्या कर रहे ?@HinduTrad pic.twitter.com/zl1tgH0Msm
— द – Pandit Boy (@pandeyutkarshup) November 26, 2020