दूसरे दिन भी किसानों का देहली की सीमापर आंदोलन

किसानों को तितरबितर करने के लिए पुलिस द्वारा आंसूगैस का उपयोग

नई देहली – केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरुद्ध हरियाणा और पंजाब के किसानों ने ‘चलो देहली’ आंदोलन आरंभ किया है; परंतु उन्हें देहली की सीमापर ही रोका गया है । इसके कारण इस सीमा को सैन्य शिविर का स्वरूप प्राप्त हुआ है । २७ नवंबर के सवेरे सिंघु सीमापर एकत्रित किसानों को तितरबितर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस छोडा । अंततः दोपहर के उपरांत पुलिस ने किसानों को देहली के बुराडी प्रांगण में आंदोलन करने की अनुमति दी ।

केंद्र सरकार ने ३ महत्त्वपूर्ण कृषि विधेयक पारित किए हैं । इसके अनुसार किसान दलालमुक्त होकर अपना उत्पादन सीधे किसी भी बाजार में बेंच सकता है, यह सरकार का कहना है, तो किसानों में यह भय है कि इस कानून के कारण एम्.एस्.पी. (मिनिमम सपोर्ट प्राईज) रद्द होकर खेती निजी प्रतिष्ठानों के हाथ में जाएगी । इसलिए किसानों ने इस कानून में ‘एम्.एस्.पी. की व्यवस्था स्थाईरूप से रहे, इसका प्रावधान करने की मांग की है ।