कर्नाटक में भाजपा की सरकार रहते हुए भी हिंदुओं को ऐसी घटनाओं की उम्मीद नहीं है !
उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक
हसनपुर (कर्नाटक) – यहां सामने आई एक घटना में, डोड्डागडावल्ली चतुशकुता मंदिर में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा श्री महाकाली देवी की मूर्ति को तोड कर भंग कर दिया गया है । इस मंदिर का निर्माण वर्ष १११३ में होयसल वंश के राजा, विष्णुवर्धन, के शासनकाल के दौरान किया गया था । यहां श्री महालक्ष्मी का एक विशेष मंदिर भी है और श्री महाकाली देवी की मूर्ति दक्षिण गर्भगृह में स्थापित की गई थी । इस मंदिर का रखरखाव पुरातत्व विभाग द्वारा किया जाता है । २० नवंबर को जब भक्त मंदिर में दर्शन के लिए गए तब यह घटना सामने आई ।
Deeply disturbed and distraught to watch this desecration in Mahalakshmi Temple at Doddagaddavalli. I clearly remember my visit here.
Request Home Minister Sri @BSBommai to constitute a special Team to uncover the truth behind this act.
Anyone found guilty must be punished. pic.twitter.com/scFeqvsS5x
— C T Ravi 🇮🇳 ಸಿ ಟಿ ರವಿ (@CTRavi_BJP) November 20, 2020
१. प्राचीन इतिहास और पुरातत्व के विशेषज्ञ, डॉ. शाल्वपिल अयंगर, ने इस घटना के लिए पुरातत्व विभाग को जिम्मेदार ठहराया है । उन्होंने कहा, कि प्राचीन मूर्ति का विनाश एक बहुत बड़ी क्षति है । सरकार को दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए । पुरातत्व विभाग को इसका जवाब देना चाहिए ।
२. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सी.टी. रवि ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है । उन्होंने कर्नाटक के गृहमंत्री से घटना की जांच करने और दोषियों को कड़ी सजा देने के लिए एक विशेष टीम गठित करने की मांग की ।