कश्मीर में मारे गए आतंकवादी २६/११ जैसा आक्रमण करने की तैयारी में थे !

२६/११ का आतंकी आक्रमण वर्ष २००८ में हुआ था । आज १२ वर्ष पश्चात भी आतंकवादी पुनः उसी प्रकार का आक्रमण करने की तैयारी करते हैं, तो इसे देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि भारत ने विगत १२ वर्षों में देश में जिहादी आतंकवाद नष्ट नहीं किया है । उसे नष्ट करने के लिए भारत को उसके संरक्षक, पाकिस्तान, को नष्ट करने का साहस दिखाने की आवश्यकता है !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक

नई दिल्ली – कश्मीर के नगरोटा में १९ नवंबर को जैश-ए-मोहम्मद के ४ आतंकवादियों को ढेर किए जाने के उपरांत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय बैठक संपन्न हुई ।

जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, विदेश सचिव और सभी गुप्तचर विभागों के अधिकारी उपस्थित थे । इस घटना के संदर्भ में, ये जिहादी आतंकवादी २६/११ की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कोई बडा आक्रमण करने का षड्यंत्र रच रहे थे, यह बात सामने आई है ।

भारतीय सेना दल प्रमुख, मनोज मुकुंद नरवणे, ने इस मुठभेड के संदर्भ में कहा है, कि नियंत्रण रेखा पार करने का प्रयास करनेवाले आतंकवादी जीवित नहीं रहेंगे ।

 (सौजन्य : Republic World)

पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों के लिए हमारा यह स्पष्ट संदेश है, कि जो कोई भी भारत में घुसपैठ करने के लिए नियंत्रण रेखा पार करेंगे, उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी और वे वापस नहीं जा पाएंगे । (भारत में घुसपैठ करने का प्रयास करने पर मार दिया जाएगा, भले ही ऐसा हो ; परंतु भारत को जहां ऐसे आतंकवादी बन रहे हैं, वहां अंदर घुसकर कार्यवाही करनी चाहिए ; ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक)