पाकिस्तान के मिठी शहर में हिन्दू हैं बहुसंख्यक

मुसलमान और हिन्दू भाईचारे से रहते हैं !

जहां हिन्दुओं की संख्या अधिक होती है और जहां कथित ‘शांतिपूर्ण’ समुदाय १-२ प्रतिशत ही होता है, वहां वह शांति से रहता है, परंतु जहां उसकी संख्या १५ से २० प्रतिशत होती है, वहां वह बहुसंख्यकों को कष्ट पहुंचाने लगता है । पूरे पाकिस्तान में यही समुदाय बहुसंख्यक होने से पाकिस्तान में हिन्दुओं का वंशविच्छेद हो रहा है, यह बात हिन्दुओं को सदैव ध्यान में रखनी चाहिए ।

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान के सिंध प्रांत के थारपारकर जनपद के मिठी शहर में ८० प्रतिशत हिन्दू नागरिक रहते हैं । इस शहर में हिन्दू और मुसलमान लोग सभी त्योहार मिलजुलकर मनाते हैं । यह शहर पाकिस्तान से लाहौर शहर से ८७५ किलोमीटर दूर, तो गुजरात के कर्णावती से केवल ३४० कि.मी. की दूरीपर है । यहां के कुछ हिन्दू रमजान के समय में रोजे भी रखते हैं । यहां अपराध केवल २ प्रतिशत है । इस शहर में अनेक मंदिर हैं । उनमें श्रीकृष्णजी का मंदिर बहुत प्रसिद्ध है । नमाज के समय में मंदिर का घंटा नहीं बजाया जाता, तो पूजा के समय भोंपू से अजान नहीं सुनाई जाती ।