ऑस्ट्रिया में ‘कट्टरतावादी’ मस्जिदों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा !

  • भारत को छोटे से ऑस्ट्रिया से सीखना चाहिए ! केवल एक जिहादी आक्रमण के उपरांत उसने यह निर्णय लिया, तो भारत में विगत ३ दशकों से जिहादी आतंकवाद चल रहा है और उसकी जडें कुछ मस्जिदों और मदरसों में दिखाई पडने पर भी भारत ने किसी मस्जिद अथवा मदरसे के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की, जो भारत के लिए लज्जाप्रद है !

  • कश्मीर में वर्ष १९८९ में मस्जिदों पर लगाए भोंपुओं से हिन्दुओं को अपनी स्त्रियों और संपत्ति को छोडकर चले जाने के लिए कहा गया और उसके उपरांत हिन्दुओं का वंशसंहार किया गया; परंतु उनमें से एक भी मस्जिद अथवा वंशसंहार करनेवालों के विरुद्ध न तो अपराध प्रविष्ट किया गया और न ही वंशसंहार करनेवालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई, इसे ध्यान में लें !

विएना (ऑस्ट्रिया) – यूरोप के ऑस्ट्रिया देश की राजधानी विएना में २ नवंबर को ६ स्थानों पर जिहादी आतंकी आक्रमण की घटनाएं हुई थीं । उसमें एक आतंकी सहित ७ लोग मारे गए थे । इस्लामिक स्टेट ने इस आक्रमण का दायित्व लिया था ।

 (सौजन्य : Islam vs West)

उसके उपरांत अब ऑस्ट्रिया की सरकार ने देश में स्थित कट्टरतावादी मस्जिदों में ताले लगाने का निर्णय लिया है । (विएना का आतंकी आक्रमण और मुंबई में २६/११ को हुए आक्रमण में समानता होने की बात कही जा रही है; परंतु इन दोनों घटनाओं की तुलना की जाए, तो मुंबई आक्रमण में १६६ निर्दाेष लोगों की हत्या की गई थी, इतना होने पर भी तत्कालीन कांग्रेस की केंद्र सरकार ने ऑस्ट्रिया की भांति कभी कोई कठोर कार्यवाही नहीं की । अर्थात ‘अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण किया जाता है’ ऐसी भारतीय राजनीति में ऐसा होना संभव नहीं है । उसके लिए मजबूत राजकर्ताओं की आवश्यकता है । राष्ट्रप्रेमी भारतीय मोदी शासन से इस प्रकार के कठोर कदम उठाने की अपेक्षा रखते हैं । – संपादक)

इससे पूर्व आतंकी आक्रमण के भय से नई देहली के ऑस्ट्रिया के दूतावास को ११ नवंबरतक बंद रखने का निर्णय लिया गया था ।