बंगाल में दीपावली के समय पटाखों की बिक्री और उन्हें जलाने पर प्रतिबंध ! – कोलकाता उच्च न्यायालय

  • न्यायालय को ऐसे आदेश क्यों देने पडते हैं ? सरकार उसका महत्त्व क्यों नहीं समझती ? अथवा क्या ऐसे निर्णयों के कारण जनता अप्रसन्न होने से उसका मतों पर परिणाम होगा, इस भय से लोगों के स्वास्थ्य की उपेक्षा की जाती है ?
  • देश आर्थिक संकट में होते हुए पटाखों पर अरबों रुपए उडानेवाले भारत में पटाखों पर केवल दीपावली के समय ही नहीं, अपितु स्थाईरूप से प्रतिबंध लगाना चाहिए !

कोलकाता (बंगाल) – कोलकाता उच्च न्यायालय ने कोरोना संकट की पृष्ठभूमि पर राज्य में श्री महाकाली पूजा, छठ पूजा, गुरुनानक जयंती और दीपावली के त्योहारों के समय पटाखों की बिक्री और उन्हें जलाने पर प्रतिबंध लगाया है । न्यायालय ने इस संदर्भ में बंगाल सरकार को आदेश दिया है । न्यायालय ने यह भी कहा है कि इन त्योहारों के समय नागरिकों के हित के लिए तथा व्यापक सार्वजनिक हित की दृष्टि से केवल तेल के दीप और मोमबत्तियां जलाना उचित होगा । (अध्यात्मशास्त्र के अनुसार मोमबत्तियों की तुलना में तेल अथवा घी के दीप जलाना श्रेयस्कर अर्थात लाभदायक है, इसे ध्यान में लें ! – संपादक)