(कहते हैं) ‘श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद द्वारा राजकीय रोटी सेंकने का प्रयास – बाबरी के पक्षकार इकबाल अंसारी

श्रीकृष्ण जन्मभूमी के लिए न्यायालय में याचिका प्रविष्ट करने का प्रकरण

श्रीकृष्ण जन्मभूमि हिन्दुओं की है । इसके लिए हिन्दू रोटी सेकें अथवा और कुछ करें, यह उनका प्रश्न है । धर्मांधों ने इस विषय पर बोलने की अपेक्षा यह भूमि हिन्दुुओं को नम्रता से लौटा देनी चाहिए !

अयोध्या (उत्तर प्रदेश) – हिन्दू और मुसलमानों की राजनीती करनेवाले मथुरा की श्रीकृष्ण जन्म भूमी के विवाद को भडका रहे हैं । कुछ लोग उसके द्वारा खुद की रोटी सेंकने का प्रयास कर इसे विवाद बनाना चाह रहे हैं । यदि हिन्दू और मुसलमान ऐसी राजनीती नहीं होगी, तो भारत विश्व में उच्च स्थान पर पहुंच जाएगा, ऐसी प्रतिक्रिया श्रीराम जन्म भूमी विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए न्यायालय में प्रविष्ट याचिका पर व्यक्त की है । ‘बाबरी का मुकदमा ५० वर्षों तक चला था, यह ध्यान रखना चाहिए’, ऐसा भी उन्होंने कहा ।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए आंदोलन किया जाएगा ! बजरंग दल के संस्थापक विनय कटियार

केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए आंदोलन की क्या आवश्यकता है ? ऐसा हिन्दुओंको लगता है !

श्री. विनय कटियार

इस याचिका के विषय में ‘बजरंग दल’ के संस्थापक विनय कटियार ने कहा कि, जहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ उसी स्थान पर मस्जिद खडी है । उसकी ओर जाने का रास्ता श्रीकृष्ण जन्म भूमि से होकर ही जाता है । अन्य पंथों के लोगों ने इस भूमी पर अवैध नियंत्रण प्राप्त किया हुआ है । बडा आंदोलन किए बिना प्रशासन नहीं जागेगा । इसके लिए रूपरेखा बनानी पडेगी । इसमें भाजपा सहभागी होगी और अन्य संगठन अपना कार्य करेंगे । अयोध्या, काशी और मथुरा मुक्त करना भाजपा का पुराना आश्वासन है । इसमें विजय मिली है । अब मथुरा और काशी के लिए आंदोलन प्रारंभ करना चाहिए । इस पर चर्चा की जाएगी ।