(कहते हैं) ‘कश्मीरी स्वयं को भारतीय नहीं मानते, उन्हें चीन का शासन चाहिए !’ – भारतद्वेषी फारुख अब्दुल्ला के फुत्कार

  • राष्ट्र को अखंड रखने के लिए सरकार ऐसे अलगाववादी धर्मांधों को देश से तत्काल निष्कासित करे ! भारत सरकार को उन्हें बताना चाहिए कि, कश्मीर भारत का अविभाज्य भाग है और आगे भी रहेगा, यह उन्हें सदैव ध्यान में रखना चाहिए तथा उसके विरुद्ध कृत्य करने का प्रयत्न करने पर उन्हें उसके परिणाम भुगतने पडेंगे !
  • हिन्दुओं ने ‘हिन्दू राष्ट्र’ का उद्घोष करने पर ‘लोकतंत्र संकट में’, ऐसा चिल्लानेवाले कांग्रेसी, वामपंथी, धर्मांध, आधुनिकतावादी आदि को जब अब्दुल्ला कश्मीर चीन को देने की बात करते हैं, तब ‘लोकतंत्र संकट में’ नहीं लगता, यह ध्यान में रखें !

श्रीनगर – कश्मीरी नागरिक स्वयं को भारतीय नहीं मानते और वे भारतीय बनना भी नहीं चाहते । उन्हें लगता है कि उन पर चीन शासन करे, ऐसा दावा नेशनल कॉन्फरेन्स के नेता और राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने ‘द वायर’ नामक जालस्थल पर दी गई भेंटवार्ता में किया है ।

फारुख अब्दुल्ला आगे बोले कि, कश्मीरी जनता जानती है कि चीन ने मुसलमानों के साथ क्या किया है । तब भी उन्हें लगता है कि चीन भारत में आए । मैं इस पर गंभीर नहीं हूं; परंतु मैं प्रामाणिकता से कह रहा हूं, जो लोगों को सुनने में अच्छा नहीं लगेगा ।