नेपाल के हित के लिए नेपाल को पुनः एक बार ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करें ! – कमल थापा, पूर्व उपप्रधानमंत्री

  • इसके लिए भारत सरकार भी प्रयास करे, यह हिन्दुओं की अपेक्षा है ! 
  • नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री यह मांग करते हैं; परंतु भारत का एक भी वर्तमान अथवा भूतपूर्व मंत्री अथवा जनप्रतिनिधि यह मांग नहीं करता, इसे ध्यान में लें ! 
  • विश्व में ईसाई, मुसलमान, बौद्ध आदि धर्मियों के लिए अनेक स्वतंत्र देश हैं; परंतु भारत और नेपाल में हिन्दू बहुसंख्यक होते हुए भी संपूर्ण पृथ्वीपर अपना कोई स्वतंत्र राष्ट्र नहीं है, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! इसके लिए हिन्दुओं को अब तो हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए संगठित होना चाहिए !
नेपाल के भूतपूर्व उपप्रधानमंत्री कमल थापा

महाराजगंज (नेपाल) – नेपाल के ‘राष्ट्रीय प्रजातंत्र दल’ के नेता तथा नेपाल के भूतपूर्व उपप्रधानमंत्री कमल थापा ने १९ सितंबर को संपन्न ‘संविधान दिवस’के उपलक्ष्य में नेपाल के हित के लिए नेपाल को पुनः एक बार ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की मांग की । नेपाल को पुनः एक बार हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग के लिए राष्ट्रीय प्रजातंत्र दल के कार्यकर्ता हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं । विश्व हिन्दू परिषद, नेपाल के सचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि, ‘नेपाल में ८१.३ प्रतिशत हिन्दू हैं । नेपाल की ‘हिन्दू राष्ट्र’की श्रेणी हटाकर नेपाल की मूल प्रकृति को क्षत-विक्षत किया गया । नेपाल को पुनः एक बार हिन्दू राष्ट्र की श्रेणी प्रदान करने का यही उचित समय है ।’

वर्ष २००८ में नेपाल घोषित हुआ था ‘धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र’

वर्ष २००६ में माओवादियों द्वारा किए गए आंदोलन के पश्चात नेपाल की व्यवस्था को बदलने की प्रक्रिया ने गति पकड ली थी और ‘हिन्दू राष्ट्र’ नेपाल को वर्ष २००८ में ‘धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र’ घोषित किया गया ।

धर्म के आधारपर नेपाल की जनसंख्या का अनुपात

वर्तमान में नेपाल की कुल जनसंख्या में हिन्दुओं की जनसंख्या ८१.३ प्रतिशत, बौद्धों की ९.९ प्रतिशत, मुसलमानों की ४.४ प्रतिशत, किराटिस्ट (स्थानीय धर्म) लोगों की ३.३, ईसाइयों की १.४ प्रतिशत, तो सिक्खों की जनसंख्या ०.२ प्रतिशत है ।

नेपाल की जनता को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सहायता की अपेक्षा ! – विश्व हिन्दू परिषद, नेपाल

विश्व हिन्दू परिषद, नेपाल के सचिव जितेंद्र कुमार ने आगे कहा कि नेपाल की जनता यह अपेक्षा करती है कि नेपाल को पुनः एक बार हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेपाल की सहायता करेंगे ।’