आरोपपत्र में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट दल के महासचिव सीताराम येचुरी, आप दल के पूर्व नेता योगेंद्र यादव सहित अनेक लोगों के नाम !

देहली दंगा प्रकरण

जे.एन.यू. और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों का भी समावेश

  • जिन राजनीतिक दलों और संगठनों में हिंसक प्रवृत्ति के नेता हैं, उनपर सरकार को तत्काल प्रतिबंध लगा देना चाहिए ! 
  • राष्ट्रघाती कृत्यों में अनेक बार नाम आकर भी देहली के जे.एन.यू. और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय पर सरकार प्रतिबंध क्यों नहीं लगाती ?, यह जनता को पता चलना ही चाहिए ! इस प्रकार की विषैली वृत्ति के विश्वविद्यालयों से निकलनेवाले छात्र आदर्श होंगे अथवा राष्ट्रद्रोही ?

नई देहली – देहली में फरवरी २०२० में हुए दंगे के प्रकरण में पुलिस प्रशासन द्वारा बनाए गए आरोपपत्र में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट दल के महासचिव सीताराम येचुरी, आप दल के पूर्व तथा स्वराज अभियान के वर्तमान नेता योगेंद्र यादव, देहली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक तथा मानवाधिकार कार्यकर्ता अपूर्वानंद, अर्थशास्त्री जयंती घोष, लघुचित्र निर्माता राहुल रॉय आदि के नाम हैं । इसके अतिरिक्त इस आरोपपत्र में देहली के विवादित जे.एन.यू. और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के नामों का भी समावेश है ।

इस आरोपपत्र में कहा गया है कि इन सभी ने ‘केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करते समय ‘कोई भी सीमा लांघिए’ इस प्रकार का उकसानेवाला वक्तव्य किया था । इसके साथ ही ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण (एन.आर.सी.) मुसलमानविरोधी है, ऐसा कुप्रचार कर मुसलमान समाज को भडकाया गया, साथ ही केंद्र सरकार की छवि मलिन करने के लिए निषेध आंदोलन का आयोजन किया गया था । इस दंगे में ५३ लोगों की मृत्यु हो गई थी तथा ५८१ लोग घायल हो गए थे ।

कहते हैं ‘यही मोदी और भाजपा का वास्तविक रूप !’

सीताराम येचुरी हैरान

आरोपपत्र में नाम आने के बाद येचुरी हैरान हो गए । उन्होंने कहा, ‘‘देहली दंगे में ५६ लोग मारे गए । भडकाउ भाषणों के वीडियो उपलब्ध हैं । ऐसा होते हुए भी उन पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती ? कारण सरकार ने ‘किसी भी प्रकार से विरोधियों को लपेटने’ का आदेश पुलिस को दिया है । यही मोदी और भाजपा के वास्तविक रूप, नीति और विचार हैं । इसके लिए विरोध तो होगा ही । संविधान विरोधी सरकार के सभी नियम और आदेश के प्रति हमारा विरोध चलता रहेगा । भाजपा सरकार को सुधार करना चाहिए । हमने आपातकाल को हरा दिया था, अब इस आपातकाल परिस्थिति से भी निपटने को तैयार हैं ।