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वाराणसी – यहां के सुप्रसिद्ध अस्सी घाट पर ‘लव यू शंकर’ चलचित्र के चित्रीकरण के समय उसके भक्ति गीत के ‘रीमिक्स’ पर कुछ महिलाओं ने अल्प कपडों में नृत्य करने का क्षोभजनक कृत्य किया । इस पर ‘जागृति फाऊंडेशन’ नामक संस्था द्वारा आपत्ति करने पर जिला प्रशासन ने वह चित्रीकरण रोका .
Protesters stopped the shooting of the @shreyastalpade1 and @TanishaaMukerji-starrer #LoveYouShankar at #Varanasi's Assi Ghat on Thursday, alleging that it hurts their religious sentiments. Filmmakers have agreed to make changes as per protesters' demandshttps://t.co/hR7N88SQNH
— Delhi Times (@DelhiTimesTweet) September 11, 2020
इस फिल्म में अभिनेता श्रेयस तलपदे और अभिनेत्री तनीषा मुखर्जी प्रमुख भूमिकाओं में हैं । फिल्म का निर्माण तेजस देसाई ने किया है और इसका निर्देशन राजीव रुइया ने किया है । जिला प्रशासन द्वारा फिल्म की शूटिंग की अनुमति दिए जाने के बाद अस्सी घाट पर मंच स्थापित किया गया था । इसके पीछे परदे पर देवताओं के चित्र थे । उनके सामने, कुछ महिलाएं अल्प कपडों में भक्ति गीत ‘ओम जय जगदीश हरे’ के रीमिक्स पर नृत्य कर रही थीं । जागृति फाउंडेशन ने इस पर आपत्ति दर्शाई और जिला कलेक्टर कौशल राज शर्मा से चलचित्र की शूटिंग तुरंत रोकने को कहा । जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्रा ने कहा कि इसके विरुद्ध शीघ्र पुलिस में शीघ्र शिकायत दर्ज कराई जाएगी । ( जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्रा को त्वरित कार्रवाई करने के लिए बधाई ! प्रत्येक हिन्दू को इससे सीख लेनी चाहिए ! – संपादक)
(सौजन्य : TOI)
(इस तस्वीर को प्रकाशित करने का उद्देश्य लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है बल्कि तथ्यों की जानकारी देना है। – संपादक)
पूछताछ और कार्रवाई की जाएगी ! – एडीएम गुलाब चंद्र का घिसा-पिटा उत्तर
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एडीएम गुलाब चंद्र ने कहा, इस चलचित्र के निर्माताओं ने शूटिंग की अनुमति ली थी । तथापि यदि इससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी । ’(क्या प्रशासन को यह भी एहसास नहीं है कि हम क्या अनुमति दे रहे हैं? अनुमति देने के बाद, क्या यह देखना प्रशासन का दायित्व नहीं है कि वास्तव में वहां क्या चल रहा है ? इस लिए अनुमति देने के लिए प्रशासन समान रूप से उत्तरदायी है, अत: योगी आदित्यनाथ सरकार को तुरंत संबंधित अधिकारियों को निलंबित करना चाहिए ! – संपादक)
यह प्रकरण धार्मिक भावनाओं के साथ खेलने जैसा है ! – रामयश मिश्रा, जागृति फाउंडेशन‘जागृति फाऊंडेशन’ के महासचिव रामयश मिश्रा ने कहा कि काशी जहां भारतीय संस्कृति व सभ्यता सीखने के लिए लोग आते हैं हजारों विदेशी पर्यटक काशी आकर भारतीय संस्कृति को आत्मसात करते हैं, जिस अस्सीघाट पर गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना कर, मानव को जीवन जीने का मर्म सिखाया, उसी अस्सीघाट पर फिल्म के नाम पर खुलेआम अश्लीलता फैलाई जा रही है । काशी में धर्म को वेद, पुराण और उपनिषद के साथ पढाया जाता है और उसकी शिक्षा दी जाती है । ऐसे नगर में धार्मिक गीतों पर अश्लीलता फैलाना धार्मिक भावनाओं से खेलने का एक प्रकरण है । जिला प्रशासन को तुरंत चलचित्र का चित्रीकरण रोककर निर्माताओं के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट करना चाहिए । ” |