चीन के निकटवर्ती भारतीय सीमा पर याक पशुओं की संख्या में एकाएक तेजी से वृद्धि : चीन पर जासूसी का संदेह !

इससे सावधान रहकर भारत को इस प्रकार की जासूसी रोकने के लिए उचित उपाय करने चाहिए !

पैंगोंग (चीन)– यहां झील के पास भारतीय सीमा में एकाएक याक पशुओं की संख्या में वृद्धि पाई गई । ऐसा संदेह है कि यह चीनी जासूसी का ही एकप्रकार है ।

३१ अगस्त को, अरुणाचल प्रदेश में चीनी सीमा पार कर, याक पशुओं के एक झुंड ने भारतीय सीमा में प्रवेश किया । तब भारतीय सेना ने मानवता के नाते इन पशुओं की सात दिनों तक देखभाल की और उन्हें चीन में पुन: स्थानांतरित कर दिया । कई बार ऐसा देखा गया है कि पाकिस्तान ने जासूसी के लिए पक्षियों का भी उपयोग किया है । उसी पृष्ठभूमि पर यह घटना भी देखी जा रही है । कई देशों में जासूसी के लिए बिल्ली, मछली, गिद्ध आदि का बडे पैमाने में उपयोग किया जाता है ।