संस्कृत स्कूलों को ‘प्राचीन अध्ययन विश्वविद्यालयों’ के अंतर्गत चलाया जाएगा
गौहाटी (असम) – असम के शिक्षा मंत्री हिमांत विश्वशर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि सरकारी मदरसों और संस्कृत विद्यालयों को इस वर्ष नवंबर से बंद कर दिया जाएगा। अब से,असम सरकार केवल धर्मनिरपेक्ष और आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देगी, इसलिए अरबी शिक्षकों को काम पर रखने की कोई योजना नहीं है। निजी मदरसे पहले की तरह चलते रहेंगे। सरकार इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी। सरकार धर्मनिरपेक्ष शिक्षा प्रदान करेगी; क्योंकि हम हमेशा धर्मनिरपेक्ष शिक्षा के पक्ष में रहे हैं।
#Muslim groups have accused the #BJP-led #Assam government of interfering in their #religiousstudies; a few scholars also pleaded for more official help to promote the study of #Sanskrit https://t.co/yy3XQSyq53
— National Herald (@NH_India) September 4, 2020
संस्कृत के बारे में शर्मा ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। अब हम ´कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं प्राचीन अध्ययन विश्वविद्यालय ’ के अंतर्गत संस्कृत विद्यालयों को लाएंगे। वे एक नए प्रारूप में काम करेंगे। इस आशय की एक अधिसूचना शीघ्र ही जारी की जाएगी।