- ‘अल्पशिक्षित होने से अल्पसंख्यक आतंकवाद की ओर मुडते हैं’, ऐसा बोलनेवाले इस घटना के संदर्भ में अब कुछ भी नहीं बोलेंगे !
- ऐसे उच्चशिक्षित धर्मांधों के कारण क्या जनता किसी भी अल्पसंख्यक पर विश्वास करेगी ?
बेंगलुरू (कर्नाटक) – इस्लामिक स्टेट के खुरासान गिरोह के लिए कार्यरत २८ वर्षीय नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अब्दूर रहमान को राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग ने (एनआईए) बेंगलुरू से गिरफ्तार किया । वह यहां के एमएस रामय्य चिकित्सालय में काम करता है । डॉ. अब्दूर वर्ष २०१४ में सीरिया भी जाकर आया है । वहां वो इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की चिकित्सा के लिए १० दिनतक रहा था । आजकल वह इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की सहायता हेतु ‘मेडिकल एप’ बना रहा था । इस प्रकरण में एनआईएने पुणे से २२ वर्षीय सादिया अन्वर शेख को भी गिरफ्तार किया है ।
अमेरिका की ओर से यह दावा किया गया था कि वर्ष २०१८ में खुरासान गिरोह ने भारत में आत्मघाती आक्रमण करने का प्रयास किया था । संपूर्ण विश्व में इस्लामिक स्टेट की २० शाखाएं काम कर रही हैं । इनमें से कुछ लोग आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं, जिसमें ड्रोन भी अंतर्भूत है । इस गिरोह ने संपूर्ण विश्व में न्यूयॉर्क पर आक्रमण करने का षड्यंत्र रचा था । वर्ष २०१७ में इस गिरोह द्वारा स्वीडन के स्टॉकहोम नगर में किए गए आक्रमण में ५ लोग मारे गए थे ।