बेंगलुरू दंगे के प्रकरण में पुलिस विभाग से मौलवी की शिकायत

आपत्तिजनक पोस्ट के विरुद्ध शिकायत करने जाने पर धर्मांधों ने मेरा दोपहिया वाहन जलाया !

  •  मौलवी को इस शिकायत के माध्यम से ‘दंगाई धर्मांधों ने केवल हिन्दुओं और पुलिसकर्मियों को ही लक्ष्य नहीं बनाया, अपितु वह उनका क्षोभ था और उसमें मेरे वाहन को भी हानि पहुंचाई गई’, यही बताना है, यह समझ में न आए, जनता इतनी मूर्ख नहीं है !
  •  धर्मांधों के दुष्कृत्यों को भोलापन दिखाकर संरक्षण देने का ही यह कृत्य है, ऐसा किसी को लगे, तो अनुचित क्या है ?

बेंगलुरू (कर्नाटक) – यहां के मौलवी फिरदौस पाशा ने डी.जे. हळ्ली पुलिस थाने में प्रविष्ट अपनी शिकायत में कहा है कि यहां हुए दंगे के समय दंगाईयों ने मेरे दोपहिया वाहन में भी आग लगा दी ।

पाशा ने कहा है कि ११ अगस्त को दंगे के समय सायंकाल ७.३० बजे मोहम्मद पैगंबर के विरुद्ध आपत्तिजनपक पोस्ट डालनेवाले नवीन के विरुद्ध शिकायत करने के लिए मैं डी.जे. हळ्ळी पुलिस थाने में गया था । पुलिस थाने के बाहर आने पर वहां मुझे भारी भीड दिखाई दी, उसके कारण मेरे लिए वहां से अपना दोपहिया वाहन बाहर निकालना संभव नहीं हुआ । पुलिस थाने के प्रांगण में घुसे लोगों ने मेरे दोपहिया वाहन में आग लगाकर उसे जला दिया । नवीन के विरुद्ध शिकायत प्रविष्ट करने के लिए हम केवल १४ लोग ही पुलिस थाने गए थे । तब पुलिस निरीक्षक ने मेरी शिकायत स्वीकार कर हमें आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया । शिकायत की स्वीकृति लेने हेतु हम पुलिस थाने के पास ही रुके हुए थे । उसी समय पुलिस थाने का प्रवेशद्वार तोडकर अंदर घुसी भीड ने मेरे दोपहिया वाहन में आग लगा दी ।’