बेंगलुरू दंगे का प्रकरण

धर्मांध राजनैतिक दल एस्.डी.पी.आई. के कार्यालय से शस्त्रभण्डारसहित ८ दंगाई गिरफ्तार

बेंगलुरू दंगा किसने किया, यह तब भी स्पष्ट था और अब भी प्रमाणों के साथ स्पष्ट हो रहा है; परंतु इसके संदर्भ में कोई कुछ नहीं बोलता, इसे ध्यान में लें !

 हिन्दुओं के किसी संगठन ने अज्ञानवश एक पत्थर भी फेंका होता, तो अभीतक धर्मनिरपेक्षतावादी उस संगठनपर प्रतिबंध लगाने की मांग करने के लिए राष्ट्रीय स्तरपर अभियान चलाते !

बेंगलुरू : बेंगलुरू दंगे के प्रकरण में विशेष पुलिस बल ने यहां के हेग्गडेनगर में स्थित धर्मांध राजनैतिक दल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एस्.डी.पी.आई.) के कार्यालय में छापामारी कर ८ धर्मांधों को गिरफ्तार किया । इस छापामारी में पुलिसकर्मियों को लोहे की सलाखोंसहित अनेक शस्त्र भी मिले । इस छापामारी से पुलिस विभाग को इस दंगे में ‘एस्.डी.पी.आई.’के संलिप्त होने के प्रमाण मिले हैं । यह भी बताया जा रहा है कि इन प्रमाणों का उपयोग इस राजनीतिक दलपर प्रतिबंध लगाने के लिए किया जा सकेगा । अभीतक गिरफ्तार किए गए प्रत्येक संदिग्ध के फेसबुक, ट्वीटर इंस्टाग्राम आदि खातों की जांच की जा रही है । उनसे प्राप्त जानकारी के आधारपर ही पुलिस प्रशासन ने यह छापामारी की ।

 दंगा कराने के लिए एस्.डी.पी.आई. का प्रमुख मुजमिल पाशा के द्वारा कार्यालय में ही बैठक

एस्.डी.पी.आई. का प्रमुख मुजमिल पाशा, साथ ही अन्य सदस्यों ने यह दंगा कराने के लिए इसी कार्यालय में बैठक किए जाने की बात सामने आई है । पुलिसकर्मियों ने यह जानकारी दी कि दंगे के दिन भी इस कार्यालय में अनेक धर्मांध उपस्थित थे और उनमें से कुछ लोगों ने ही पुलिस थानेपर आक्रमण किया ।