ह्यूस्टन में चीन का वाणिज्य दूतावास बना था जासूसी का प्रमुख केंद्र ! – अमेरिका

ऐसी जासूसी करनेवाले चीनी दूतावासों को भारत सेने भी निष्कासित करना अपेक्षित !

वॉशिंगटन – ह्यूस्टन स्थित चीन का वाणिज्य दूतावास जासूसी का प्रमुख केंद्र था । इस दूतावास से जासूसी सहित बौद्धिक संपदा की भी चोरी की जा रही थी । इसलिए हमने उसे बंद करने का निर्णय लिया है, ऐसी जानकारी अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने दी है । वेह यह भी बोले कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों को ध्यान में रखकर हमने अगले ८ वर्षों के लिए चीन सागर पर ध्यान केंद्रित किया है ।

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(सौजन्य : INDIA TODAY)

…तो हमारी अगली पीढियों को चीन की दया पर ही जीना पडेगा !

पॉम्पियो आगे बोले, ‘‘हमने यदि आज चीन के सामने घुटने टेक दिए, तो कल हमारी अगली पीढियों को उसकी दया पर ही जीना पडेगा । चीन से हम अकेले नहीं लड सकते । उसका सामना करने के लिए संसारभर के समान विचारधारा के देश, ‘जी-२० राष्ट्र’, संयुक्त राष्ट्र और नाटो आदि को एक व्यासपीठ पर आना चाहिए । अंतरराष्ट्रीय व्यापारविस्तार की चाह में चीन ने संसार के सर्व मुख्य जलमार्गों को असुरक्षित कर दिया है ।’’