(कहते हैं) कोरोना कोई बीमारी नहीं है, वह तो अपने पापों का अल्लाह द्वारा दिया दंड है ! – समाजवादी दल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

अल्लाह से प्रार्थना करने पर ही संकट दूर होगा, ऐसा विधान

ईद निमित्त मस्जिदें और जानवरों के क्रय-विक्रय के बाजार खोलने की भी मांग

ऐसा विधान यदि किसी हिन्दू नेता ने किया होता, तो अब तक आधुनिकतावादी, नास्तिक, समाजवादी, हिन्दूद्वेषी प्रसारमाध्यमों ने उसे प्रतिगामी, अंधश्रद्धालु घोषित कर, उसे उपहास का पात्र बना दिया होता । अब इनमें से एक भी बर्क के विधान पर क्यों कुछ नहीं बोलता ?

जब धर्मांध कहते हैं कि प्रार्थना से कोरोना का संकट दूर होता है, तब अंनिसवाले अथवा बुद्धिवादी किस बिल में छिप जाते हैं ?

राममंदिर निर्माण करने से क्या कोरोना चला जाएगा ?, ऐसा विधान करनेवालेे शरद पवार क्या ऐसा कहने का साहस करेंगे किअल्लाह से प्रार्थना करने पर क्या कोरोना चला जाएगा ?

गाय के चित्र के आधार पर हिन्दुआें को चमडीमुक्त रक्षाबंधन मनाने का आवाहन करनेवाला पेटा संगठन अब ईद के उपलक्ष्य में पशुआें की होनेवाली हत्या पर मौन क्यों ?

लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – कोरोना कोई रोग नहीं है, अपितु वह अपने पापों का अल्लाह द्वारा दिया गया दंड है, ऐसा विधान संभल के समाजवादी दल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने किया है । इसके साथ ही उन्होंने बकरीद के उपलक्ष्य में मस्जिदें और पशुआें की बिक्री-खरीद करने हेतु बाजार खोलने की मांग की ।

बर्क आगे बोले, अल्लाह को धन्यवाद देने के लिए नमाज पढी जाती है । इसलिए मुसलमानों को नमाज पठन करने के लिए मस्जिदें और ईदगाह खोले जाएं । हम अल्लाह के दरबार में क्षमा मांगने जाएंगे और उस स्थान पर अल्लाह हमारी सुनेंगे और अल्लाह सेेेेे प्रार्थना करने पर कोरोना का संकट भी दूर होगा ।

…तो अब तक पाक से कोरोना नष्ट क्यों नहीं हुआ ? – भाजपा के सांसद संगीत सोम

संगीत सोम

बर्क के विधान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बोले, यदि शफीकुर्रहमान बर्क का विधान सत्य होगा, तो अब तक पाक से कोरोना क्यों नष्ट नहीं हुआ ? बकरीद मनाने के लिए खेत में परिश्रम करनेवाले पशुआें को क्यों मारा जाए, ऐसा कहां लिखा है ? उसके स्थान पर आप आलू खाकर भी ईद मना सकते हैं । भाजपा की सरकार कानून से चलनेवाली है और बर्क को भी कानून का पालन करना पडेगा, अन्यथा आजम खान के समान उन्हें भी ईद कारागृह में मनानी पडेगी ।