अयोध्या (उत्तरप्रदेश) – अयोध्या के राममंदिर का भूमिपूजन ५ अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों होनेवाला है । बताया जा रहा है कि यह मंदिर संसार का तीसरा सबसे बडा मंदिर होगा । इस मंदिर का निर्माणकार्य ३ वर्ष में पूर्ण होगा ।
१८ जुलाई को महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में हुई ‘ट्रस्ट’ की बैठक में मंदिर के मानचित्र में परिवर्तन को अनुमति दी गई है । अब मंदिर में ३ के स्थान पर ५ गुंबद लगाए जाएंगे । मंदिर की ऊंचाई १२८ फुट के स्थान पर १६१ फुट होगी । प्ररिक्रमा मार्ग में श्री गणेश, महामाया, सीता, हनुमान सहित ५ देवताआें के मंदिर होंगे । समाज और रामभक्तों की मांग पर यह परिवर्तन किया गया है । बैठक में मंदिर निर्माणकार्य समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सहित १२ सदस्य उपस्थित थे ।
शिलान्यास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों मंदिर की नींव में तांबे का कलश स्थापित किया जानेवाला है तथा उसमें हीरे, मोती, माणिक, सोना और पीतल अर्थात पंचरत्न होंगे । साथ में चांदी के नाग-नागिन, दूब और गंगाजल भी होगा । कलश स्थापना के उपरांत नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा नामक ५ ईंटों की पूजा होगी । प्रधानमंत्री के करकमलों विधिवत पूजा होने के उपरांत इस भव्य राममंदिर की नींव भरी जाएगी । तत्पश्चात मंदिर का निर्माणकार्य प्रारंभ होगा ।