पाठ्यपुस्तक से महाराणा प्रताप का अपमानजनक उल्लेख हटाया जाएगा  

कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मेवाड राजपूत समाज को आश्‍वासन 

मेवाड राजपूत समाज द्वारा मांग करने पर ‘अपमानजनक उल्लेख हटाएंगे’ ऐसा कहनेवाली कांग्रेस की सरकार को स्वयं उसे हटाने की आवश्यकता प्रतीत क्यों नहीं हुई ? सदैव किसी की शिकायत अथवा मांग करने पर कृत्य करनेवाली सरकार, प्रशासन और पुलिस किस काम की ?

जयपुर (राजस्थान) – राजस्थान के राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में महान सेनानी महाराणा प्रताप का ‘कम साहसी सेनानायक’, इस प्रकार अपमानजनक उल्लेख किया गया था तथा महाराणा प्रताप के संघर्ष का इतिहास भी दबा दिया गया था । इस संबंध में राज्य के मेवाड राजपूत समाज के प्रतिनिधि मंडल ने कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत से भेंट कर इस संबंध में अप्रसन्नता व्यक्त की । तब मुख्यमंत्री गहलोत ने आश्‍वासन दिया कि ‘अपमानजनक उल्लेख हटा’ दिया जाएगा ।

राज्य के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने आरोप लगाया है कि ‘इस प्रकार का अपमानजनक उल्लेख भाजपा सरकार के समय ही किया गया है तथा अब भाजपा ही उस पर राजनीति कर रही है ।’