अरुणाचल प्रदेश में पादरियों ने हिन्दुओं के देवता की मूर्ति जलाई

हिन्दू देवता को कहा ‘शत्रु की शक्ति !’

  • इस घटना के संदर्भ में देश के तथाकथित धर्मनिरपेक्षतादी और आधुनिकतावादी कुछ नहीं बोलेंगे । इसके विपरीत अल्पसंख्यकों के आस्था के केंद्रों के संदर्भ में यदि ऐसा कुछ हुआ होता, तो वे आकाश-पाताल एक कर देते !
  • इस्लामिक राष्ट्रों में किसी ने मोहम्मद पैगंबर अथवा कुरान का अनादर किया, तो उसे सीधे मृत्युदंड दिया जाता है । ईसाई राष्ट्रों में यीशु अथवा बाइबल का अनादर करनेपर उसे कठोर से कठोर दंड दिया जाता है । इसके विपरीत हिन्दू बहुसंख्यक; किंतु धर्मनिरपेक्ष भारत में कोई भी उठता है और हिन्दुओं के देवताओं की मूर्तियां तोड देता है, हिन्दुओं के धर्मग्रंथ जलाए जाते हैं और देवताओं का अनादर किया जाता है; परंतु देश की कोई भी सरकार इस संदर्भ में कुछ नहीं बोलती, इसे ध्यान में रखें ! इससे हिन्दू राष्ट्र स्थापना की अनिवार्यता ध्यान में आती है !
  • हिन्दुओं के संतों को बिना किसी कारण बदनाम करनेवाले हिन्दूद्वेषी प्रसार माध्यम पादरियों के इस कुकृत्य के संदर्भ में एक शब्द भी नहीं बोलते, इसे ध्यान में रखें !

यहां चित्र देने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं; अपितु प्रबोधन करना है ! – संपादक

कामेंग (अरुणाचल प्रदेश) – यहां के सेप्पा क्षेत्र में स्थित पेंटेकोस्टल चर्च के पादरी चतुंग सोपुंग एवं तली लंगडो सहित अनेक लोगों के विरुद्ध स्थानीय देवी ‘डोनई’ (सूर्यमाता) का चिन्ह और मूर्ति जलाने के प्रकरण में प्राथमिकी प्रविष्ट की गई  है । यहां के हिन्दुओं की कुछ धार्मिक संस्थाओं के द्वारा की गई शिकायत के आधारपर यह प्राथमिकी प्रविष्ट की गई । (हिन्दुओं की शिकायत के उपरांत जागनेवाला पुलिस प्रशासन ! ऐसे संवेदनशील प्रकरण में पुलिस प्रशासन स्वयं ही कार्यवाई क्यों नहीं करता ? – संपादक)

 सामाजिक माध्यमों से पादरियों के इस कृत्य का ‘वीडियो’ प्रसारित हुआ है । इसमें कुछ लोग ईसा मसीह का नाम लेते हुए डोनई देवी के चिन्ह और मूर्ति को जला रहे हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है । इसमें पादरी कह रहा है, ‘हम ईसा मसीह का नाम लेकर शत्रु की शक्तियों को नष्ट कर रहे हैं । हम ईसा मसीह का नाम लेकर मूर्ति और दुष्ट प्रेतात्मा को जला रहे हैं ।’ (इस प्रकार जलाने से देवताओं की शक्ति कभी नष्ट नहीं होती, इसका भी ज्ञान न होनेवाले पादरियों की क्या योग्यता है, यह इससे ध्यान में आता है ! – संपादक)