बहिष्कार के भय से भारत में स्थित चीनी प्रतिष्ठान ‘शाओमी’ द्वारा अपनी दुकानोंपर लगाए जा रहे हैं ‘मेड इन इंडिया’ के फलक !

  • यह तो भारतीय ग्राहकों के साथ की जा रही सीधी-सीधी धोखाधडी है । इसके लिए सरकार को चीनी प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कठोर कार्यवाई करनी चाहिए !
  • इससे धूर्त चीन को केवल बहिष्कार की भाषा ही समझ में आती है, इसे जान लें !

नई देहली – बहिष्कार के भय से भारत में कार्यरत चल-दूरभाष संच बनानेवाले चीनी प्रतिष्ठान ‘शाओमी’ ने देहली-एन्.सी.आर्., मुंबई, पुणे, चेन्नई, पटना, आगरा आदि जनपदों में स्थित अपनी दुकानोंपर ‘मेड इन इंडिया’ के फलक लगाए हैं । लद्दाख सीमापर चीन द्वारा निरंतर हो रही भारत विरोधी गतिविधियों के कारण देशभर में चीन विरोधी वातावरण निर्माण हुआ है । उसी के चलते भारत की अनेक संस्थाओं, संघटनों और व्यक्तियों ने चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना आरंभ किया है । इस पृष्ठभूमिपर ‘शाओमी’ ने यह कदम उठाया है । केवल इतना ही नहीं, अपितु उसने अपने कर्मचारियों को ‘शाओमी’ का गणवेश भी परिधान न करने के निर्देश दिए हैं ।

‘ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन’ की ओर से चीनी प्रतिष्ठानों को उनके ‘लोगो’ छिपाने की सूचना

‘ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन’ भारत का है या चीन का ?

‘ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन’ ने चल-दूरभाष संचों का उत्पादन करनेवाले चीनी प्रतिष्ठान शाओमी, ओप्पो, वीवो, वन प्लस, रियलमी, लेनेवो, मोटो और हुआवेई आदि को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि आजकल भारत में चीन विरोधी वातावरण के चलते अपनी दुकानों को तोडफोड से बचने हेतु कुछ महीनों के लिए दुकोंनोंपर अंकित अपने मूल ‘लोगो’ को छुपा लिया जाए ।