शत्रु द्वारा हडपा हुआ देश का भूभाग ७ दशकों तक वापस न प्राप्त न कर पाना, यह स्वतंत्रता के पश्चात के अभी तक के शासनकर्ताओं के लिए लज्जाजनक !
नई देहली – लद्दाख के भाजपा के सांसद जमयांग नामग्याल ने एक समाचार वाहिनी से बात करते हुए प्रतिपादित किया कि, चीन से ‘अक्साई चिन’ वापस लेने का यही समय है ।
नामग्याल ने कहा कि, ‘यह लद्दाख का ही भाग है । उस पर चीन ने असंवैधानिक रूप से कब्जा कर लिया है । इसलिए उसे ‘अक्साई चिन’ कहा जाता है । वास्तव में वह पूर्व लद्दाख है । वह भारत का ही एक प्रदेश है तथा उस पर चीन ने नियंत्रण प्राप्त कर लिया है । इस पर भारत को दावा करना चाहिए । वह भारत का ही एक भूभाग है । वह क्षेत्र वापस प्राप्त करना कठिन है; परंतु निश्चित ही असंभव भी नहीं है । वर्ष २०२० में जो सरकार केंद्र में हैं, वह वर्ष १९६२ की सरकार नहीं है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बोलते हैं, वह करके दिखाते हैं । ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने से पूर्व भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा । अब कौन से कदम उठाने हैं ?, यह सरकार ने पहले ही तय किया है । केंद्र सरकार जो निर्णय लेगी, लद्दाख उनके साथ रहेगा ।’
It is not Aksai Chin. Actually it is Aksai India.
The word Aksai means “white stone desert”. https://t.co/yl6alysFel
— Jamyang Tsering Namgyal (@MPLadakh) June 18, 2020