स्वयं की रक्षा के लिए कश्मीरी हिन्दुओं को शस्त्र उपलब्ध करवाएं !
- एक वरिष्ठ भूतपूर्व पुलिस अधिकारी को यह परामर्श देना पडा, यह अभी तक की सरकारों, पुलिस और प्रशासन की स्पष्ट असफलता ही है !
- मुट्ठीभर जिहादी आतंकवादियों का बंदोबस्त न कर पाना अभी तक की सभी सरकारों के लिए लज्जाजनक ! इस स्थिति को परिवर्तित करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक है !
श्रीनगर – जम्मू कश्मीर के भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक एस.पी. वेद ने अंग्रेजी समाचार वाहिनी से बात करते हुए यह परामर्श दिया कि आतंकवाद का सामना करने के लिए कश्मीर घाटी के अल्पसंख्यक हिन्दुओं को स्वयं की रक्षा के लिए शस्त्र उपलब्ध करवाए जाएं । जिहादी आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी हिन्दू सरपंच अजय पंडिता की हत्या करने की पृष्ठभूमि पर उन्होंने यह परामर्श दिया । उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी के असुरक्षित मुसलमानों को भी शस्त्र दिए जाएं ।
वेद ने आगे कहा, कश्मीर घाटी के अल्पसंख्यक हिन्दुओं को शस्त्र उपलब्ध करवाकर उन्हें चलाने का प्रशिक्षण भी देना चाहिए,जिससे वे आतंकवाद का सामना कर पाएंगे । जम्मू की चिनाब घाटी में हिन्दुओं को उनकी रक्षा के लिए शस्त्र दिए गए थे । इसलिए ९० के दशक में इस क्षेत्र से होनेवाला हिन्दुओं का पलायन रोकने में सहायता मिली थी । इस्राइल के समान कश्मीर घाटी में भी दुर्बल लोगों के लिए विशेष व्यवस्था करने की आवश्यकता है । अल्पसंख्यक कश्मीरी हिन्दुओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने के लिए सर्व प्रकार से प्रयत्न करने चाहिए । कश्मीर घाटी में ग्राम सुरक्षा समिति स्थापित करना आवश्यक है । इसके लिए गहन योजना बनाने की आवश्यकता है । यद्यपि यह काम कठिन है, तथापि असंभव नहीं है ।