Terrorist Camps At Bangladesh Border : पाकिस्तान बांग्लादेश सीमा पर आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर स्थापित कर रहा है !

उल्फा आतंकवादियों को प्रशिक्षण देकर असम में आक्रमण करने का षड्यंत्र उजागर !

ढाका (बांग्लादेश) – पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संस्था आई.एस.आई. (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) भारत में अशांति का प्रसार करने के लिए बांग्लादेशी धरती का उपयोग करना चाहती है । आई.एस.आई. भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है । आतंकवादी संगठन ‘उल्फा’ (यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम) असम में अपना प्रशिक्षण शिविर फिर से प्रारंभ करने की तैयारी कर रहा है । यह समाचार प्राप्त हुआ है, कि आई.एस.आई.अधिकारियों ने अभी कुछ समय पूर्व ही बांग्लादेश पहुंचे उल्फा नेता और कुख्यात आतंकवादी परेश बरुआ से संपर्क किया है । ‘द ट्रिब्यून’ ने इस संबंध में एक समाचार प्रकाशित किया है ।

१. असम और पूर्वोत्तर राज्यों के निकट बांग्लादेश में कुछ प्रशिक्षण शिविर बनाए गए हैं । ये शिविर पहले भी चल रहे थे; किन्तु शेख हसीना के प्रधानमंत्री रहते उन्हें बंद कर दिया गया था ।

२. मोहम्मद यूनुस सरकार के आने के उपरांत आई.एस.आई. ने बांग्लादेश में पुनः प्रवेश किया और इन शिविरों को प्रारंभ कर दिया । यह भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए एक बहुत बडे षड्यंत्र का भाग है ।

३. भारतीय सुरक्षा बलों ने वर्तमान में ऐसा दावा किया है कि उन्होंने बांग्लादेश सीमा पार से अरबी, उर्दू और बंगाली भाषाओं में भेजे गए बेतार संदेशों को पकडा है । इससे बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में आई.एस.आई. की उपस्थिति को लेकर चिंताएं बढ गई हैं । यह स्थिति भारत की सुरक्षा के लिए एक बडा धोखा है ।

बरुआ का दंड कम किया गया !

यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) पूर्वोत्तर भारतीय राज्य असम में सक्रिय एक आतंकवादी संगठन है । वह सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से असम को एक स्वतंत्र देश बनाने का प्रयत्न कर रहा है । इस संगठन का सबसे महत्वपूर्ण नेता परेश बरुआ अब बांग्लादेश में है । गत मास एक बांग्लादेशी न्यायालय ने बरुआ के आजीवन कारावास को अल्प कर १४ वर्ष कर दिया था । गुप्तचर संस्थाओं का मानना है कि बांग्लादेश वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए बरुआ को शीघ्र ही मुक्त किया जा सकता है । पूर्वोत्तर से प्राप्त जानकारी का उपयोग आई.एस.आई. उस क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण करने के लिए कर सकती है ।

संपादकीय भूमिका 

यह बात दिन-प्रतिदिन स्पष्ट होती जा रही है कि बांग्लादेश की अस्थिरता से भारत को कितनी हानि होने वाली है । ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए भारत कितना सतर्क है ? यह प्रश्न उठता है !