Tulsi Gabbard Slams Democratic Senators : अमेरिका के डेमोक्रैटिक सांसद हिन्दुओं के विरुद्ध धार्मिक कट्टरता बढा रहे हैं !

अमेरिका के ‘राष्ट्रीय गुप्तचर’ की निर्देशक तुलसी गैबर्ड ने सुनाया !

अमेरिका के ‘राष्ट्रीय गुप्तचर’ की निर्देशक तुलसी गैबर्ड

वॉशिंग्टन (अमेरिका) – राष्ट्र अध्यक्ष डॉनल्ड ट्रम्प के मंत्रीमंडल में ‘राष्ट्रीय गुप्तचर’ की निर्देशक भारतीय वंश की तुलसी गैबर्ड ने डेमोक्रैटिक सांसदों पर हिन्दू एवं हिन्दू धर्म के विरुद्ध कट्टरता फैलाने का आरोप लगाया है । गैबर्ड ने कहा ‘डेमोक्रैटिक पार्टी हिन्दुओं के विरुद्ध धर्मांधता को प्रोत्साहन दे रही है । भूतकाल में, डेमोक्रैटिक सांसदों ने राष्ट्र अध्यक्ष ट्रम्प के कुछ न्यायालयीन प्रत्याशियों के विरुद्ध, जैसे की एमी कोनी बैरेट एवं ब्राइन बुएशर के विरुद्ध ईसाई विरोधी कट्टरता का अवलंब किया है । उस समय संसद में डेमोक्रैट के रूप में मैंने उस कृत्य का निषेध किया था; क्योंकि धार्मिक कट्टरता का निषेध हम सभी को करना जाहिए, फिर वह किसी भी धर्म का क्यों न हों ! दुर्भाग्य से ऐसे कुछ डेमोक्रैट सांसद हैं, जिन्हें धार्मिक स्वतंत्रता का अर्थ समझ में नहीं आता एवं अमेरिका के संविधान की धारा ६ के अनुसार किसी भी सरकारी पद मिलने हेतु आपकी धार्मिक पहचान आवश्यक नहीं हैं, इस ओर अनदेखी की जाती है । अब वे (मेरे चुनाव जीतने से) हिन्दू धर्म के विरुद्ध धर्मांध कट्टरता फैला रहे हैं । यदि किसी व्यक्ति को प्रामाणिकता से हिन्दू धर्म के बारे में अधिक जानकारी लेनी हो, तो वे मेरे ‘एक्स’ खाते को भेंट दे सकते हैं । वहां मैं इस विषय पर अधिक जानकारी दूंगी ।’

१. भारत के विरुद्ध पूछे गए प्रश्‍न का तुलसी गैबार्ड ने उत्तर देते हुए कहा ‘अमेरिकी लोगों की हत्या हेतु किसी भी अन्य देश का निर्देशित करते रहना, गंभीर चिंता की घटना है तथा उसकी पूछताछ होनी चाहिए ।’

२. वर्ष २०२३ में न्यूयॉर्क शहर में एक अमेरिकी नागरिक रहे सिक्ख कार्यकर्ता की हत्या के प्रयास का नेतृत्व करने का आरोप लगानेवाले आरोप पर पूछे गए उपरोक्त प्रश्‍न का गैबर्ड उत्तर दे रही थीं । कनाडा के अधिकारियों ने जून २०२३ में हरदीप सिंह निज्जर नामक कनाडा के नागरिक की हत्या करने का आरोप भारत सरकार पर लगाया है ।

भारत अमेरिका का महत्त्वपूर्ण साथी !

तुलसी गैबर्ड ने आगे कहा ‘भारत इंडो-पैसिफिक प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण आर्थिक एवं सुरक्षा साथी है । यदि कोई आरोप लगता है, तो उसकी जांच होनी चाहिए । जांच का निर्णय एवं गुप्तचर जानकारी राष्ट्रपति एवं नीतिकर्ता को देनी चाहिए, जिससे वे कथित घटना से तथा द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित सर्वोत्तम निर्णय ले सकेंगे ।’

संपादकीय भूमिका 

हिन्दुओं का पक्ष दृढता से प्रस्तुत करनेवाली तुलसी गैबर्ड का आभार ! भारत के कितने सांसद संसद में अथवा सरकारी स्तर पर हिन्दुओं का पक्ष रखते हैं ?