पंचगंगा नदी के पास स्थित महादेव मंदिर रातों-रात गायब ! जांच की जाए ! – सुशील भांदिगरे

पुलिस निरीक्षक श्रीराम कणेकर को निवेदन देते हुए सुशील भांदिगरे (बाईं ओर) और अन्य।

कोल्हापुर, १२ जनवरी (वार्ता) – शहर के पुराने बुधवार पेठ क्षेत्र में पंचगंगा नदी के पास खर्डेकर का अमरूद का बाग है। यहां एक मंदिर था जिसमें बड़ी पदुकाएं और महादेव की पिंड स्थापित थीं। यह मंदिर अचानक गायब हो गया है। इस संदर्भ में महापालिका से पत्राचार किया गया, लेकिन महापालिका ने उत्तर दिया, “इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।”

‘मंदिर को गायब करने वालों की जांच की जाए और अपराध प्रविष्ट किया जाए’ इस मांग का निवेदन अन्याय निवारण समिति के सुशील भांदिगरे ने लक्ष्मीपुरी पुलिस थाने में पुलिस निरीक्षक श्रीराम कणेकर को दिया। यही निवेदन कोल्हापुर जिला कलेक्टर कार्यालय, कोल्हापुर पुरातत्व विभाग को प्रत्यक्ष रूप से और मुंबई स्थित भारतीय पुरातत्व विभाग को ईमेल द्वारा भेजा गया।

पंचगंगा नदी के पास पहले स्थित महादेव का मंदिर।
मंदिर की जगह अब बचा खंडहर।

निवेदन में कहा गया है कि पिछले छह महीनों के भीतर यह मंदिर गायब हो गया है और इसका कोई अवशेष भी नहीं छोड़ा गया। इस घटना से अनगिनत हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। यदि इस तरह प्राचीन मंदिर गायब होते रहे, तो कोल्हापुर का इतिहास समाप्त हो जाएगा। इसलिए इस मामले में गहन जांच होनी चाहिए और तत्काल अपराध प्रविष्ट करके कार्रवाई की जाए।

इस अवसर पर अनिल पाटिल, धीरज रुकड़े, शशिकांत हलदकर, रंजीत शिंदे, विजय नाइक, विराज पाटिल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

संपादकीय भूमिका 

पाकिस्तान और बांग्लादेश में मंदिरों का समाप्त होना देखा गया है, अब भारत में भी यही हाल हो रहा है। यह हिंदुओं के लिए लज्जसपद है !