बांग्लादेशी हिन्दुओं की मांग
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – बांग्लादेश से यहां आए १२ बांग्लादेशी हिन्दू ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से मिले और उनसे कुछ मांगें कीं । उन्होंने कहा कि भारत की सीमा से लगे बांग्लादेश में हिन्दुओं को अलग जमीन दी जानी चाहिए । इसके साथ ही भारत और बांग्लादेश के बीच जनसंख्या का आदान-प्रदान भी होना चाहिए । जितने हिन्दू बांग्लादेश से भारत आ रहे हैं, मुसलमानों को वहां भेजा जाना चाहिए । विश्व में कहीं भी जन्मे हिन्दू को इजराइल की भांति भारत का स्वाभाविक नागरिक माना जाना चाहिए । साथ ही, ५ अगस्त २०२४ को तख्तापलट से पहले भारत आए बांग्लादेशी हिन्दुओं का वीजा (एक आधिकारिक दस्तावेज अथवा टिकट जो उन्हें किसी देश में प्रवेश करने, छोड़ने अथवा यात्रा करने की अनुमति देता है) बढ़ाया जाना चाहिए और उन्हें जबरन बांग्लादेश वापस नहीं भेजा जाना चाहिए । उन्हें भारत में रोजगार दिया जाना चाहिए ।
Bangladeshi Hindus Meet Swami Avimukteshwarananda Saraswathi (@jyotirmathah): Demand deporting Indian Mu$l|ms to Bangladesh and bringing Bangladeshi Hindus to India!
The possibility of India showing such boldness is minimal!
It is shameful for India that the multi-party rulers… pic.twitter.com/GuKFIxBcm6
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 30, 2024
बांग्लादेश को ‘इस्लामिक राष्ट्र’ घोषित करने का प्रयास
बांग्लादेशी हिन्दुओं ने कहा कि बांग्लादेश की अब एक ही नीति है और वह है बांग्लादेश को इस्लामिक राष्ट्र घोषित करना । बांग्लादेश में जहां भी हिन्दू हैं, उन पर अत्याचार हो रहा है । मंदिरों को कहां ले जाया जा रहा है ? वहां के मुसलमान घर में घुसकर हिन्दूमहिलाओं को मार रहे हैं और उनके साथ बलात्कार कर रहे हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत द्वारा ऐसा साहस दिखाने की संभावना कम है । पिछले २५ वर्षों में भारत में घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशी मुसलमान सर्वदलीय शासकों को बाहर नहीं निकाल पाए हैं, यह भारत के लिए लज्जाजनक है ! |