Fateh Bahadur Singh : (और इनकी सुनिए …) ‘ मंदिर का रास्ता अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता की ओर जाता है ! ‘ – फतेह बहादुर सिंह

लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह का आक्रोशपूर्ण बयान

राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह

रोहतास (बिहार) – समुदाय में 2 रास्ते हैं यानी मंदिर और स्कूल। मंदिर अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता को जन्म देते हैं। स्कूल तर्कसंगत ज्ञान, वैज्ञानिक सोच और जीवन में सकारात्मक बदलाव प्रदान करते हैं। अपने बच्चों को स्कूल भेजें, मंदिर नहीं। ऐसा आवाहन डेअरी मतदार संघ के राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने देवरिया गावमे एक सत्कार समारोह में किया ।” उन्होंने कहा, ”यह मैं नहीं कह रहा हूं, यह बात सावित्रीबाई फुले कह रही हैं और मैं उनकी बातें लोगों के सामने रख रहा हूं।”

(और इनकी सुनिए…) ‘ब्राह्मणवाद ने समाज को विभाजित कर दिया ! ‘

विधायक सिंह ने आगे कहा कि ब्राह्मणवाद ने समाज को क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र में बांट दिया है । सभी मनुष्य समान हैं। हर व्यक्ति को मानवता को प्राथमिकता देनी चाहिए। (अगर मानवता को प्राथमिकता देनी है तो ब्राह्मणों से नफरत क्यों दिखाई जाती है ? ब्राह्मणों का विरोध क्यों किया जाता है ? क्या सिंह इसका जवाब देंगे ? क्या उन्हें लगता है कि ब्राह्मण इंसान नहीं हैं ? – संपादक )

संपादकीय भूमिका 

  • चूंकि हिंदू सहिष्णु हैं, इसलिए ये लोग ऐसे बयान देने का साहस करते हैं । अगर कोई दूसरे धर्मों के संबंध में ऐसे बयान देता तो उसके विरुद्ध सिर कलम करने (‘ सर तन से जुदा ‘) का फतवा आ जाता !
  • मदरसे में क्या पढ़ाया जाता है, उससे सीखने वाले क्या रोशनी जलाते हैं, इस पर बोलने की हिम्मत फ़तेह बहादुर सिंह में नहीं होती !