खरगोन (मध्य प्रदेश) – यहां के निमाड शहर के ११० वर्ष आयु के संत सियाराम बाबा ने ११ दिसंबर को सवेरे ६ बजकर १० मिनट पर देहत्याग किया । वे कुछ दिनों से अस्वस्थ थे तथा आश्रम में ही उनका उपचार चल रहा था । दोपहर ३ बजे के पश्चात उनकी अंतिम यात्रा निकालकर उनके शव पर आश्रम के निकट नर्मदा नदी के तटपर अंतिम संस्कार किया गया।
पिछले ३ दिनों से आश्रम में एकत्रित हुए भक्त उनके स्वास्थ्य के लिए भजन गा रहे थे । राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव की सूचना के अनुसार चिकित्सकों का दल उनके स्वास्थ्य का निरंतर अवलोकन कर रहा था । ११ दिसंबर सायंकाल में ही मुख्यमंत्री यादव बाबा से मिलने वाले थे ।
कौन थे बाबा सियाराम ?
बाबा सियाराम निमाड में कहां से आए, इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है । अनुमान से ६० से ७० वर्षों के पूर्व बाबा इस गांव में आए तथा तब से वे तैली भट्याण गांव में आश्रम का निर्माण कर निवास करने लगे । उन्होंने वहां हनुमानजी की मूर्ति की प्रतिष्ठापना की । वे वहां सवेरे-सायंकाल रामनाम का जप करते थे । साथ ही वे रामचरिमानस का पठन भी करते थे ।