हिन्दू संगठनों ने कोथरूड (पुणे) में धर्मान्तरण के षडयंत्र को विफल कर दिया ।

  • २ मिशनरियों को पुलिस को सौंप दिया गया ।

  • ‘बंधनमुक्त सेवा कार्य ‘ नामक संस्था के माध्यम से धर्मान्तरण का कार्य ।

कोथरुड, (जिला पुणे) ९ दिसंबर (समाचार) – कोथरुड क्षेत्र के दहानुकर कॉलोनी की गोसावी बस्ती में ८ दिसंबर की रात २ बजे मिशनरियों ने निर्धन हिन्दुओं को छल से ईसाई बनाने का षड्यंत्र रचा ; लेकिन हिन्दू संगठनों और जागरूक युवाओं ने उनके षड्यंत्र को निष्फल कर दिया और उन्हें पुलिस को सौप कर दिया ।

ईसाई मिशनरी गोपाल रणदिवे और उनकी पत्नी ‘ सिस्टर ‘ आशा रणदिवे के नेतृत्व में एक मिशनरी समूह दहानुकर कॉलोनी के पास गोसावी बस्ती में निर्धनों को ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहा था । ( ऐसे बटुए  अपना हिन्दू नाम रखते हैं और ईसाई धर्म फैलाते हैं। हिन्दुओं को ऐसे धोखेबाज ईसाइयों से सावधान रहना चाहिए ! – संपादक ) धर्मांतरण का यह कार्य ‘ बंधनमुक्त सेवा कार्य ‘ नामक संस्था के माध्यम से चल रहा था । रणदिवे पती पत्नी लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए भ्रमित करते थे । ये दोनों लोगों को एक खास ‘ आशीर्वाद तेल ‘ दे रहे थे। उन्होंने दावा किया कि यह तेल सभी स्वास्थ्य समस्याओं के विरुद्ध प्रभावी है। (अनीसवालों का इस ‘ आशीर्वाद तेल ‘ के बारे में क्या कहना है ? – संपादक ) इस मामले में गोपाल और आशा रणदिवे के विरुद्ध मामला प्रविष्ट किया गया है।

लोगों को ईसाई धर्म की ओर मोड रहा है ऐसा ‘ वीडियो ‘ !

स्थानीय नागरिकों और संगठनों ने पुलिस को संबंधित ‘ वीडियो ‘ साक्ष्य भी उपलब्ध कराए हैं । इस ‘वीडियो’ में वे लोगों को ‘आशीर्वाद तेल’ देते हुए और येशु की कृपा का दावा करते हुए लोगों पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डालते हुए दिखाई दे रहे हैं। पूर्व में इस प्रकार के कार्यक्रम उत्तमनगर, रामवाड़ी, वारजे, राहुलनगर, कोथरुड स्टैंड के पास, तेजस सोसायटी, पृथ्वी होटल परिसर जैसे स्थानों पर आयोजित किए गए हैं। हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस प्रकार के विरोध में कठोर कार्यवाही करने का आग्रह किया है। अलंकार पुलिस ने मामले में आगे की जांच जारी रखी है ।

संपादकीय भूमिका 

इस प्रकार के धर्मान्तरण को रोकने के लिए यथाशीघ्र धर्मपरिवर्तन निरोधक अधिनियम को लागू करना होगा ।