पेजावर मठ के मठाधिपति श्री विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामीजी ने कांग्रेस के विधायक श्री बी.के. हरिप्रसाद को सुनाया !
मंगलुरू (कर्नाटक) – ‘जाति व्यवस्था बुरी है’, ऐसा कहने वाले ही इस व्यवस्था को पोस रहे हैं । एक ओर वे कहते हैं, ‘हमारी कोई जाति नहीं है’, तो दूसरी ओर सभी क्षेत्रों में जाति व्यवस्था को पुष्ट करने का कार्य करते हैं । ऐसी अप्रत्यक्ष टिप्पणी पेजावर मठ के मठाधिपति श्री विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामीजी ने कांग्रेस के विधायक बी.के. हरिप्रसाद का नाम लिए बिना की है । ‘जाति गणना के संबंध में बी.के. हरिप्रसाद ने कहा था कि स्वामीजी राजनीतिक नेताओं की भाषा बोल रहे हैं । उनका उत्तर देते हुए यहां के कुलायी चित्रापुर मठ में आयोजित धर्मसभा में पेजावर मठ के स्वामीजी ने हरिप्रसाद को उत्तर दिया । स्वामीजी आगे कहा,‘‘हमने कभी किसी को बुलाकर नहीं कहा कि तुम ऐसा करो । लोगों ने मेरे पास आकर पूछा, ‘इसपर आपका मत क्या है ?’ ‘जाति से परे होने की बात कहकर जाति गणना की बात क्यों करनी चाहिए ?’ यह हमारा मत है । मेरे विषय में उनका कहना ही ओछी राजनीति है । वे कहते हैं कि हमसे कहने में चूक हो गई है । तो क्या यह लोकशाही देश है, अथवा नहीं ? यह आप ही निश्चित कीजिए । समाज में बोलने का अधिकार केवल राजनेताओं को है क्या, सामान्य जनता को नहीं है क्या ? ‘लोकशाही समाप्त हो गई है, अब राजनेताओं का राज्य है, ऐसा कहना चाहते हैं क्या ? लोकशाही में देश में केवल मठाधिपति को नहीं, सर्वसामान्य जनता को भी अपना मत व्यक्त करने का समान अधिकार नहीं होना चाहिए क्या ?’’