असम की भाजप सरकार के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दी जानकारी१३८ घुसपैठियों को पकड कर वापस भेजा |
गुहाटी (असम) – गत २ महिने में हमने १३८ घुसपैठियों को ढूंढा है तथा उन्हें वापस भेजा है । मैं एक बात पुन: पुन: बताना चाहता हूं कि ‘बांग्लादेश से छल के कारण हिंदू भारत में आ रहे हैं’, ऐसा कहा जाता है; परंतु हम घुसपैठियों में केवल रोहिंग्या मुसलमानों को ही देख रहे हैं । इसमें हिंदू नहीं हैं । वे बांंग्लादेश से अपने देश में नहीं आते, असम की भाजप सरकार के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ऐसी जानकारी दी । ‘बांग्लादेश से कौन आ रहे हैं ?, इसकी मुझे चिंता नही है । बांग्लादेश से अवैध रूप से घुसे लोगोें को वापस भेजना है’, उन्होंने निश्चित रूप से ऐसा कहा । मुख्यमंत्री सरमा ने घुसपैठ रोकने हेतु त्रिपुरा राज्य ने किए प्रयासों की प्रशंसा की ।
असम द्वारा रोके गए घुसपैठिये बंगाल में घुसपैठ करते हैं !
Assam CM Himanta Biswa Sarma Exposes Infiltration Truth!
138 caught, but more enter through Bengal!
Rohingyas infiltrating India, not Hindus from Bangladesh!
👉Trinamool Congress' soft stance to Mu$l!ms aids infiltrators get a free pass & amenities! 🤝
👉President's Rule in… pic.twitter.com/tKjtLnPRVf
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 28, 2024
मुख्यमंत्री सरमा ने आगे कहा कि कुछ लोगोें की पहचान की जा रही है । वे भारत में घुसपैठ करने के पश्चात वापस बांग्लादेश जाते हैं तथा नए घुसपैठिये लाते हैं । बांग्लादेश से आनेवाले घुसपैठिये, जिन्हें असम ने रोका है, वे पुन: बंगाल से प्रवेश करते हैं । यदि बंगाल ने सहयोग किया, तो घुसपैठिये भारत में नहीं आ सकेंगे । (बंगाल में घुसपैठिये मुसलमान प्रेमी तृणमूल कांग्रेस सत्ता में होने से उन्हें भारत में घुसपैठ करने के लेिए खूली छूट मिलती है तथा घुसने पर सभी सुविधाएं भी मिलती है । इसीलिए वहां अधिक घुसपैठ होती है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना ही आवश्यक है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )