चीन-पाक इनके द्विपक्षीय बैठक के बाद निवेदन
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – जम्मू-कश्मीर विवाद इतिहास में दर्ज हो गया है । चीन और पाकिस्तान ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव से संबंधित है और इसे द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार शांतिपूर्ण ढंग से हल किया जाना चाहिए। चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग यहां आयोजित शंघाई सहयोग सम्मेलन के लिए पाकिस्तान पहुंचे । यहां उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ जरदारी के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें की । इसके बाद पाकिस्तान और चीन ने इस मामले पर संयुक्त बयान जारी किया ।
"The Jammu and Kashmir issue should be resolved peacefully as per bilateral agreements!"#China–#Pakistan issue Joint Statement after Bilateral Meeting
👉 Kashmir is an integral part of India, and no external entity has any business commenting on it. India must now deliver a… pic.twitter.com/ZakDhN8VWS
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 16, 2024
१. दोनों देशों ने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर एवं सभी प्रलंबित विवादों को हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया। संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि वे किसी भी एकपक्षीय कार्यवाही का विरोध करते हैं ।
२. पाकिस्तान में चीनी कर्मचारियों पर हुए आक्रमण के संबंध में , पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी ने कहा , “जो लोग पाकिस्तान और चीन के बीच की दोस्ती का द्वेष करते हैं, वे चीन – पाकिस्तान आर्थिक राजमार्ग और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को हानि पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं ; लेकिन वे सफल नहीं होंगे।” उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर समर्थन के लिए चीन को धन्यवाद दिया ।
संपादकीय भूमिकाकश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसलिए किसी और को इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए । भारत को अब चीन को जैसे को तैसा प्रत्युत्तर देने के लिए वैश्विक मंच पर तिब्बत के विषय में बात शुरू करनी होगी ! |