श्रीनगर – धारा ३७० हटाने के पश्चात जम्मू-कश्मीर में शांति का माहोल है । धीमे धीमे विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन आरंभ हुआ है । कश्मीरी हिन्दू संजय वाली एवं उनका परिवार अनेक वर्षों उपरांत अनंतनाग में वापस आए थे तथा वेरीनाग में उन्होंने अपनी भूमि पर घर का निर्माण आरंभ किया था । संजय वाली एवं उनके परिजन पिछले कुछ वर्षों से भयमुक्त हो गए थे; परंतु लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के उपरांत केवल २४ घंटे में संजय वाली के परिजनों को पीटा गया । उनको वहां से चले जाने की धमकी मिली है । इस घटना का वीडियो सामाजिक माध्यमों से प्रसारित हुआ है तथा अनेक लोगों ने इस घटना के विषय में अप्रसन्नता व्यक्त की है । (यह बात पुलिस एवं प्रशासन के लिए लज्जाजनक ! – संपादक)
कश्मीर से ये भयावह दृश्य है 😳😳
एक कश्मीरी हिंदू परिवार, जिसने कश्मीर वापस जाकर वेरीनाग में अपना घर बनाने की फिर से हिम्मत की,
उसके पड़ोसियों ने उस पर हमला बोल दिया 😳भाईचारा 🙏
— Prof. Sudhanshu Trivedi (@Sudanshutrivedi) June 6, 2024
संजय वाली ने कहा, ‘चुनाव के परिणाम आने के पश्चात कुछ लोग हमारे घर के सामने आए एवं उन्होंने अपशब्द कहे । परिवार की महिलाओं पर आक्रमण कर उनको पीटा गया । उन्होंने हमारा घर ध्वस्त कर दिया । वहां की निर्माण-सामग्री फेंक दी । ‘इस घटना के उपरांत मुझे पुनः वर्ष १९९० जैसी दुर्घटना का सामना करना पडेगा, ऐसा भय लग रहा है ।’
क्या हुआ था १९९० में ?
वर्ष १९९० में कश्मीर में जिहादी आतंकवादियों ने कश्मीरी हिन्दुओं का सिरच्छेद किया । वहां बडी संख्या में हिन्दुओं का नरसंहार किया गया । अनेक हिन्दू महिलाओं का बलात्कार किया । अनेक मंदिर ध्वस्त किए गए । अंत में जान बचाने के लिए हिन्दुओं को सबकुछ छोडकर कश्मीर से पलायन करना पडा था । इस समयावधि में अनुमान से ४ लाख कश्मीरी हिन्दुओं को उनके घर छोडकर अपने ही देश में निर्वासित होना पडा था ।
संपादकीय भूमिकाकश्मीर में आज भी जिहादी आतंकवाद अस्तित्व में है । इससे यही सिद्ध होता है । सरकार जिहादी आतंकवाद का संपूर्ण नाश कब करेगी ? |