(…….और इनकी सुनें) ‘सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस नहीं भेजा, तो हिन्दू महिलाओं का बलात्कार कर उन्हें जान से मारेंगे !’ – पाकिस्तान के गुंडों की धमकी
धमकी देने वाले समूह का प्रमुख यहां का कुप्रसिद्ध गुंडा रानो शार है ।
धमकी देने वाले समूह का प्रमुख यहां का कुप्रसिद्ध गुंडा रानो शार है ।
नवंबर २०२१ का बलात्कार का प्रकरण
सौंदर्य वर्धनालय में (ब्युटी पार्लर में) आनेवाली महिलाओं को इंजक्शन देकर अवचेत कर करते थे बलात्कार !
ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं, जहां धर्मांध मुसलमान अपराधी कृत्य नहीं करते । इस समस्या पर निधर्मीवादी, पुरो(अधो)गामी कब मुंह खोलेंगे ?
ऐसे वासनांधों को शरियत कानून के अनुसार यदि कोई कमर तक गड्डे में गाडकर उन पर पथराव कर उनको मार डालने का दंड देने की मांग करे तो आश्चर्य कैसा !
इस घटना की अनेक सूक्ष्मताओं का अध्ययन कर प्रा. किश्वर ने ‘द गर्ल फ्रॉम कठुआ : अ सैक्रिफीशियल विक्टीम गजवा ए हिन्द‘ (कठुआ की लडकी : ‘गजवा ए हिन्द की बलि चढी लडकी) पुस्तक लिखकर उस माध्यम से कठुआ बलात्कार प्रकरण की भीषण वास्तविकता विश्व के सामने रखी ।
ऐसे विकृत वासनांधों को कठोर दंड न होने से ही निरंतर ऐसी घटनाएं हो रही हैं । इसके विरुद्ध कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है !
‘जय भीम जय मीम’ के (दलित- मुस्लिम एकता के) नारे कितने फसाने वाले हैं, यही इससे स्पष्ट होता है ! उत्तर प्रदेश सरकार इस घटना के दोषियों को फांसी पर लटकाएगी क्या ?
‘प्रेम को धर्म का बंधन नहीं होता’, ऐसा राग अलापते हुए हिन्दुत्वनिष्ठों से प्रश्न करनेवाले निरपेक्षतावादी ‘मुस्लिम पहचान छिपा कर हिन्दू लडकी को फंसानेवाले लव जिहादियों’ के विरुद्ध कभी एक शब्द भी नहीं बोलते, यह जान लें !
ऐसे वासनांध शैक्षणिकक्षेत्र में लगा कलंक हैं । उन्हें फांसी का दंड देने के लिए प्रयत्न होने चाहिए !
राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता है, फिर ऐसी घटनाओं पर स्वयं को महिलाओं की तारनहार कहनेवाली प्रियांका गांधी वढेरा मौन क्यों ?
ऐसों के विरोध में द्रुतगति न्यायालय में मुकदमा चलाकर उन्हें बीच चौराहे पर फांसी का दंड देने से ही ऐसे मामले रुकेंगे !