प्रेमविवाह करना हो तो माता-पिता का अनुमति पत्र लाएं !
लव जिहाद की पार्श्वभूमि पर नासिक जिले के सायखेडा ग्रामपंचायत का अभिनव निर्णय
लव जिहाद की पार्श्वभूमि पर नासिक जिले के सायखेडा ग्रामपंचायत का अभिनव निर्णय
रांची (झारखंड) में लव जिहाद का प्रकरण ! पीडिता का कहना है कि, मुंबई में आकर उसने मुझे मारा-पीटा । उसे मुझसे विवाह कर, मेरा धर्मांतर करना है । उसने मेरे परिवारवालों को जान से मारने की धमकी भी दी ।’
लव जिहाद द्वारा हिन्दू युवतियों का जीवन किस प्रकार बर्बाद किया जाता है, यह इससे दिखाई देता है !
देशभर में फैले एवं हिन्दुओं को समाप्त करनेवाले लव जिहाद पर परिणामकारक रोक लगाने के लिए २० वर्ष के दंड की अपेक्षा फांसी पर लटकाने का दंड ही आवश्यक है, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !
ऐसे धर्मांध को तुरंत दंड मिलने पर ही ‘लव जिहाद’ के आगे के प्रकरण रुकेंगे !
हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने में सरकारी व्यवस्था असफल होने से हिन्दुओं को इस प्रकार के कठोर निर्णय लेने पड रहे हैं, ऐसा कहने में क्या गलत ?
आर्थिक जिहाद का सामना करना कठिन नहीं है । हमें केवल सजग एवं सतर्क रहना होगा । हिन्दुओं को पुन: दृढतापूर्वक एवं आपसी सूझ-बूझ से अपना व्यवसाय आरंभ करना होगा, तभी वे इस संकट पर विजय प्राप्त कर सकते हैं ।’
हमारे अभिभावकों ने अपने बच्चों को गाय को चारा देना सिखाया होता, तो हिन्दू युवतियां गाय को काटनेवालों के साथ भाग नहीं जातीं । हिन्दुओं ने अपने बच्चों को अपनी संस्कृति सिखाई होती, तो लव जिहाद की घटनाएं नहीं होतीं । ऐसा प्रतिपादन उन्होने किया
‘हिन्दू राष्ट्र अर्थात केवल जिस पर हमारा अधिकार है, ऐसा भूमि का टुकडा नहीं, अपितु ‘जहां लव जिहाद, गोहत्या, बलात्कार, धर्मांतरण आदि नहीं होगा’, ऐसा राष्ट्र । ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनी ही है’, यह सोचकर हिन्दुओं के शांत बैठने से नहीं चलेगा ।
कांग्रेसियों से इससे भिन्न अपेक्षा भी क्या हो सकती है ? यदि बोरा ने अन्य धर्मियों के श्रद्धास्रोतों के विषय में इस प्रकार का वक्तव्य दिया होता, तो अब तक उनका सर धड से जुदा करने के फतवे निकल गए होते !