संतों ने ही भारत का मान बनाए रखा !

‘भारत की स्वतंत्रता से लेकर ७५ वर्ष भारत पर राज्य करनेवाली अभी तक की सरकारों ने नहीं, अपितु संतों ने ही संसार में भारत का मान बनाए रखा है ।

भारत की स्थिति दयनीय होने का कारण !

‘ब्राह्मण और गैर-ब्राह्मण विवाद निर्माण करनेवालों ने हिन्दुओं में भेदभाव उत्पन्न किया । इस कारण हिन्दुओं और भारत की स्थिति दयनीय हो गई है । अतः भेदभाव करनेवाले राष्ट्रद्रोही एवं धर्मद्रोही हैं !’

हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता समझें !

‘भ्रष्टाचार, बलात्कार, बुद्धिप्रमाणवाद, अनैतिकता, गुंडागिरी, देशद्रोह, धर्मद्रोह इत्यादि वर्तमान में जो इतना बढ गया है, उसका कारण हैं, स्वतंत्रता से लेकर अभी तक, ७५ वर्ष ,जनता को साधना, नैतिकता इत्यादि न सिखानेवाली अभी तक की सरकारें ।

हिन्दू राष्ट्र की अपरिहार्यता समझें !

एक कपाटिका में (अलमारी में) कितना सामान रह सकता है, इसका विचार सामान्य व्यक्ति करता है ; परंतु देश में कितने करोड व्यक्ति सुख से रह सकते हैं, उन्हें पर्याप्त अन्न-जल मिल सकता है,

गुरुमंत्र का महत्त्व ध्यान में लेने की अपेक्षा गुरु की देह के नाम में अटकने वाले शिष्य !

शिष्य के उद्धार के लिए गुरु शिष्य को उनकी आवश्यकता के अनुसार गुरुमंत्र के रूप में किसी देवता का नामजप करने के लिए कहते हैं ।

आगामी पीढियों के कल्याण हेतु हिन्दू राष्ट्र आवश्यक है !

‘धर्मद्रोही, आधुनिकतावादी एवं बुद्धिप्रमाण वादी आगे ‘विवाहित स्त्रियां मंगलसूत्र न पहनें, कुमकुम न लगाएं, गौरी पूजन अथवा वट सावित्री का व्रत न करें’, इत्यादि फतवे निकालने लगें, तो आश्चर्य नहीं होगा ! इसलिए आगे की पीढियों के कल्याण हेतु हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !’

आदिमानव बनने की ओर बढते आधुनिकतावादी !

‘जैसे-जैसे मानव की प्रगति होती है, वैसे-वैसे उसमें नम्रता, सब कुछ पूछकर करने की वृत्ति इत्यादि गुण निर्माण होते हैं । आधुनिकतावादियों में पूछने की और सीखने की वृत्ति नहीं होती ।

मानव की प्रगति किसे कहते हैं यह भी विज्ञान को ज्ञात नहीं !

‘पश्चिम का विज्ञान कहता है, ‘आदिमानव से अभी तक मानव ने प्रगति की है ।’ वास्तव में मानव ने प्रगति नहीं की, अपितु वह उच्चतम अधोगति की ओर जा रहा है ।

कहां विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ और कहां संत !

अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉक्टर, अधिवक्ता, लेखापाल (अकाउंटेंट) इत्यादि में से कोई भी अपने क्षेत्र के प्रश्नों के उत्तर तत्काल नहीं बता सकते ।