‘इन्फेक्शन एंड ड्रग रेसिस्टेंस’ में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, ६०% से अधिक कोरोना वायरस से बाधित रोगियों की मृत्यु एंटीबायोटिक दवाओं के अति प्रयोग के कारण ‘सुपर बग’ बनने से हुई !
देश में अब तक कोरोना से ३ लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है । ‘इंफेक्शन एंड ड्रग रेजिस्टेंस जर्नल’ में प्रकाशित एक अध्ययन में मृत्यु के कारणों की पहचान की गई । कोरोना काल में रोगियों पर एंटीबायोटिक्स का व्यापक रूप से प्रयोग किया गया, जिसके फलस्वरूप उनके शरीर में सुपर बग बन रहे हैं, जो बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण को तीव्रता से बढाते हैं । यही कारण है कि, देश में ६० प्रतिशत कोरोना रोगियों की मृत्यु हुई है । बैक्टीरिया और फंगस के कारण होने वाला ‘सुपर बग’ मृत्यु का कारण बना । शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि, जो लोग सुपर बग के शिकार नहीं हुए, उनमें से केवल ११ प्रतिशत की मृत्यु हुईं, उनमें से अधिकतर मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीडित थे ।